धामकेदार परफॉरमेंस देख दर्शक हुए बेकाबू.
Spellbinding performance left the audience spellbound.
उद्भव उत्सव के चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय नृत्य एवं संगीत समारोह का पुरस्कार वितरण के साथ हुआ रंगारंग समापन
खुशनुमा यादों के साथ एक-दूसरे को गले लगाकर खुशी-खुशी विदा हुए देश-विदेश के कलाकार, खासे रास आए उपहार.
संतोष सिंह तोमर
ग्वालियर । अंतरराष्ट्रीय नृत्य एवं संगीत समारोह उद्भव उत्सव 2023 की गाला नाइट में कलाकारों की धमाकेदार प्रस्तुति ने लोगों को नृत्य, संगीत के साथ संस्कृतियों का सुखद अहसास कराया।
देश-विदेश के विभिन्न सांस्कृतिक समूहों को अपनी सुंदर संस्कृतियों, मूल्यों और परंपराओं को साझा और प्रदर्शित करने के लिए अनूठा मंच प्रदान करने वाले ” उद्भव कल्चरल एंड स्पोर्ट्स एसोसिएशन के 18वें उद्भव उत्सव 2023″ का समापनन समारोह खास रहा।
सिंधिया कन्या विद्यायल, ग्रीनवुड पब्लिक स्कूल एवं एलआईसी के सहयोग से आयोजित चार दिवसीय उद्भव उत्सव के अंतिम दिन रविवार को गाला नाइट का आयोजन सिंधिया कन्या विद्यालय के ओपन थिएटर में किया गया। इस दौरान विदेशी टीमों श्रीलंका, मलेशिया, किर्गिजस्तान, एस्टोनिया और तिब्बत की टीमों के बीच उद्भव उत्सव खिताब पाने के लिए गजब का उत्साह देखने को मिला। किर्गिस्तान के कलाकारों की दिल धड़का देने वाली प्रस्तुति देख मौजूदा दर्शक बेकाबू होकर झूमने लगे। कलाकारों की मंत्रमुग्ध कर देने वाली एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों को लोग अपलक निहारते रहे। विदेशी कलाकारों के साथ ही इंदौर, गुड़गांव, ग्वालियर और औरंगाबाद के कलाकारों ने लोगों का दिल जीत लिया। एक के बाद एक कुल 17 प्रस्तुतियां देखने को मिली, जिनमें गीत, संगीत और नृत्य की अद्भुत प्रस्तुतियों ने लोगों का मन झंकृत कर दिया और इस पल का यादगार बना दिया।
आसमान में छाई सतरंगी छटा
गाला नाईट अवार्ड सेरेमनी के दौरान भव्य और शानदार आतिशबाजी की गई। करीब 35 मिनट तक चली आतिशबाजी से आसमान में सतरंगी छटा छा गई। हर कोई इस नजारे को कैमरे में कैद करने को उत्सुक नजर आया।
सांस्कृतिक विरासत की सरंक्षक है उद्भव
मुख्यअतिथि पद्म भूषण एवं सांसद डॉ. सोनल मानसिंह ने कहा कि उद्भव उत्सव में देश और दुनिया में अपनी खास पहचान रखता है। कारण भारतीय संस्कृति और सभ्यता के साथ ही विश्व के अनेक देशों की सांस्कृतिक विरासत की संरक्षक है उद्भव संस्था। बुल्गारिया के राजदूत यानकोव निकोलेय ने कहा कि ऐतिहासिक और संगीत की नगरी ग्वालियर में संस्कृति के विविध रूप देखकर अभिभूत हॅूं। मुझे भारतीय संस्कृति और कला पर गर्व महसूस होता है। सिंधिया कन्या विद्यालय की प्राचार्य निशी मिश्रा, ग्रीनवुड पब्लिक स्कूल की डायरेक्टर किरण भदौरिया, एलआईसी के सीनियर डिवीजनल मैनेजर खलील अहमद, मार्केटिंग मैनेजर सुदेश कुमार पाण्डेय एवं मिश्रा हॉस्पिटल के डायरेक्टर सौरभ मिश्रा ने भी विचार व्यक्त किए। संस्था के अध्यक्ष डॉ. केशव पाण्डेय एवं सचिव दीपक तोमर ने अतिथियों को स्मृति चिंह भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन यशस्वी शर्मा एवं ब्रज किशोर दीक्षित ने तथा आभार व्यक्त चंद्रकांत शर्मा ने किया।
ये रहे विजेता
क्लासिकल स्कूल श्रेणी
प्रथम : दिल्ली पब्लिक स्कूल गुड़गांव
द्वितीय : क्वींस कॉलेज इंदौर
तृतीय : विद्यादेवी जिंदल स्कूल हिसार
क्लासिकल ओपन श्रेणी
प्रथमः गंधर्व अकेडमी इंदौर
द्वितीय : श्रीमाता निर्मला देवी नृत्य झंकार औरंगाबाद
तृतीय : शिखा नृत्य संस्थान, ग्वालियर
सेमी क्लासिकल ओपन श्रेणी
प्रथमः वल्लभ नृत्य संस्थान इंदौर
द्वितीय : एमआईटीएस, गवालियर
तृतीय : नुपूर सांस्कृतिक संस्थान ग्वालियर
सेमी क्लासिकल स्कूल श्रेणी
प्रथमः देहली पब्लिक स्कूल गुड़गांव
द्वितीय : भारतीय विद्या निकेतन ग्वालियर
तृतीय : डेली कॉलेज इंदौर
फोक ओपन श्रेणी
प्रथमः अल्वी डांस अकेडमी ग्वालियर
द्वितीय : गंधर्व अकेडमी इंदौर
फोक स्कूल श्रेणी
प्रथमः शिशुकुंज इंटरनेशनल स्कूल इंदौर
द्वितीय : डेली कॉलेज इंदौर
तृतीय : ग्रीनवुड पब्लिक स्कूल आदित्य पुरम