नहीं रहे सहारा श्री, मुंबई में ली अंतिम सांस।
Sahara Shree is no more, breathed his last in Mumbai.
सहारा ग्रुप के चेयरमैन सुब्रत राय का लंबी बीमारी से निधन।
उद्योग जगत में सहाराश्री के निधन से दौड़ी शोक की लहर।
विशेष संवाददाता
मुंबई। सहारा इंडिया ग्रुप के प्रमुख सहाराश्री सुब्रत रॉय सहारा का 75 वर्ष की उम्र में मंगलवार को निधन हो गया है। उन्होंने मुंबई में आखिरी सांस ली। मुंबई के निजी अस्पताल में लंबे समय तक चले इलाज और डॉक्टर के तमाम प्रयासों के बावजूद सहारा श्री को बचाया नहीं जा सका। सहारा परिवार के मुखिया सहाराश्री सुब्रत रॉय काफी दिनों से गंभीर बीमारी से ग्रसित थे। उनका पार्थिव शरीर बुधवार को लखनऊ के सहारा शहर लाया जाएगा, जहां उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी।
मूल रूप से बिहार के रहने वाले सहारा श्री सुब्रत राय का जन्म 10 जून 1948 को हुआ था। उन्होंने 1978 में सहारा इंडिया परिवार की शुरुआत की थी। इसके बाद विभिन्न क्षेत्रों में सफलता का परचम लहराया था। लेकिन पिछले डेढ़ दशक से सहारा श्री विवादों से जूझ रहे थे।
लंबे समय से बीमार थे सहारा श्री
सहारा ग्रुप के संस्थापक और सहाराश्री के नाम से सुप्रसिद्ध देश के जाने माने उद्योगपति सुब्रत राय 75 साल के थे। सुब्रत राय सहारा लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे। दो दिन पहले सहाराश्री को कोकिला बेन धीरुभाई अंबानी हास्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट में खराब स्वास्थ्य की वजह से भर्ती कराया गया था। 14 नवम्बर को रात साढ़े दस बजे कार्डियोरेस्पीरेटरी अरेस्ट की वजह से उनकी मौत हो गई। सुब्रत राय, सहारा इंडिया ग्रुप के मैनेजिंग वर्कर और चेयरमैन थे। सुब्रत रॉय के परिवार में पत्नी स्वप्ना रॉय और दो बेटे सुशांतो रॉय और सीमांतो रॉय हैं। सभी विदेश में रहते हैं।
बिहार के रहने वाले थे सुब्रत राय सहारा
सहारा इंडिया परिवार के संस्थापक सुब्रत राय सहारा का जन्म बिहार के अररिया में 1948 में हुआ था। सहारा इंडिया परिवार को उन्होंने 1978 में शुरू किया था। सहारा ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि केवल 2,000 रुपये की पूंजी से शुरुआत करने वाली कंपनी ने उद्यमिता में अग्रणी बनने के लिए एक लंबा सफर तय किया है।
बिहार से यूपी के गोरखपुर में हो गए थे शिफ्ट
बिहार के अररिया से सहाराश्री का परिवार यूपी के गोरखपुर में शिफ्ट हो गया था। सहारा के सफलता की कहानी यूपी के गोरखपुर से ही शुरू हुई थी। हालांकि, सहारा इंडिया ग्रुप को विस्तार देने के लिए बाद में सहाराश्री 1990 के दशक में लखनऊ चले गए। लखनऊ में ही उन्होंने सहारा ग्रुप का मुख्यालय बनाया।
घोटाले के आरोप में कई साल जेल रहे
हालांकि, सहारा इंडिया परिवार की कुछ योजनाएं असफल हुई तो वह कानूनी पेंच में फंस गए। सहारा को एक मामले में धन को लेकर कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। सहारा चिटफंड घोटाला में फंसे सहाराश्री को कई सालों तक जेल में भी रहना पड़ा था। कुछ दिनों पहले ही तमाम वित्तीय संकट से घिरे होने के बाद भी सहारा ने निवेशकों का पैसा वापस करना शुरू कर दिया था। केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सहारा के धन वापसी के लिए एक पोर्टल की शुरूआत की थी।
सहारा ग्रुप ने जारी किया बयान
सहारा ने मंगलवार को बयान में कहा कि सुब्रत रॉय की मेटास्टैटिक घातकता, उच्च रक्तचाप और मधुमेह से उत्पन्न जटिलताओं के साथ लंबी लड़ाई के बाद कार्डियोरेस्पिरेटरी अरेस्ट के कारण मृत्यु हो गई। रविवार को उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल और मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट में भर्ती कराया गया था। कंपनी ने कहा कि उनका नुकसान पूरे सहारा इंडिया परिवार को गहराई से महसूस होगा। कंपनी ने कहा कि सहारा इंडिया परिवार सहाराश्री की विरासत को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और हमारे संगठन को आगे बढ़ाने में उनके दृष्टिकोण का सम्मान करना जारी रखेगा।
आज लखनऊ लाया जाएगा पार्थिव शरीर
सहारा इंडिया के प्रबंध कार्यकर्ता सुब्रत राय सहारा का पार्थिव शरीर आज बुधवार को लखनऊ लाया जाएगा। उनका अंतिम संस्कार बैकुंठधाम भैसाकुंड पर बुधवार को होगा। अंतिम संस्कार के समय की अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है लेकिन परिवारिकजनों के मुताबिक शव दोपहर बारह बजे मुंबई से लखनऊ लाया जाएगा।
शोक में डूबा सहारा परिवार
उनके निधन की सूचना मिलते ही परिवारिकजन सहारा शहर पहुंचने लगे और हर कोई शोक में डूबा दिखा। उधर, महानगर स्थित सहारा इंडिया परिवार के उप प्रबंध कार्यकर्ता ओपी श्रीवास्तव के आवास पर देर रात सुब्रत राय के अंतिम संस्कार की तैयारियों को लेकर बैठक होती रही। माना जा रहा है कि अंतिम संस्कार में राजनीतिक, फिल्मी समेत कई हस्तियां शामिल हो सकती हैं।