बेटे को मिली सीएम पद की कुर्सी को कांटों भरा ताज बताया : फारूक अब्दुल्ला
श्रीनगर
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ 6 अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली है। कुछ निर्दलियों को साथ लेकर लगभग अपने दम पर ही नेशनल कॉन्फ्रेंस ने यह सरकार बनाई है। फिर भी उमर अब्दुल्ला की शपथ के बाद उनके पिता फारूक अब्दुल्ला का बयान आया है। उन्होंने बेटे को मिली सीएम पद की कुर्सी को कांटों भरा ताज बताया है। उन्होंने कहा कि यह ‘कांटों का ताज’ है और अल्लाह लोगों की उम्मीदों को पूरा करने में उनकी मदद करे। अपने दादा से प्रेरणा लेते हुए उमर अब्दुल्ला के बेटे जहीर अब्दुल्ला ने कहा कि नई सरकार की पहली प्राथमिकता राज्य का दर्जा बहाल करना है।
फारूक अब्दुल्ला ने शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में शपथ ग्रहण समारोह के बाद कहा, 'राज्य चुनौतियों से भरा है और मुझे उम्मीद है कि यह सरकार वही करेगी जो उसने चुनाव घोषणापत्र में वादा किया था। यह कांटों का ताज है और अल्लाह उन्हें (उमर को) सफलता दिलाए और वह लोगों की उम्मीदों को पूरा करें। यह मेरा संदेश है।' जहीर अब्दुल्ला ने कहा, 'राज्य का दर्जा मिलने के बाद, अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए हमारा असली संघर्ष शुरू होगा। अनुच्छेद 370 हमेशा हमारी प्राथमिकता रहेगी।'
उमर अब्दुल्ला 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद से जम्मू-कश्मीर में पहली निर्वाचित सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। 2019 में तत्कालीन राज्य को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया था। बता दें कि इस शपथ समारोह में जहीर अब्दुल्ला भी नजर आए और मीडिया से भी बात की। यह पहला मौका था, जब अब्दुल्ला परिवार की चौथी पीढ़ी ने मीडिया से इस तरह खुलकर बात की। बता दें कि अब्दुल्ला परिवार से अब तक तीन लोग सीएम बन चुके हैं। फारूक अब्दुल्ला, शेख अब्दुल्ला भी मुख्यमंत्री रहे हैं।