पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मारा था, साढ़े चार माह बाद खुला राज
कानपूर। उत्तर प्रदेश में कानपुर पुलिस ने रविवार को साढ़े चार माह पूर्व हुए एक हत्याकांड का खुलासा किया। इस प्रकरण में मृतक की पत्नी व हत्या करने में मदद करने वाले आरोपी को पकड़ा है। जबकि महिला का प्रेमी पहले से जेल बंद है। पुलिस के अनुसार, मृतक पति को पत्नी के नाजायज रिश्तों की जानकारी हो गई थी। इसलिए उसने पति की हत्या कर दी थी। इसके बाद उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी खुद लिखाई थी। आरोपित महिला का प्रेमी पहले से जेल में है।
बीते साल 5 अक्टूबर की वारदात
थाना घाटमपुर के बसंत बिहार मोहल्ले में रहने वाले रवि मोहन 5 अक्टूबर 2020 को अचानक लापता हो गए थे। उसकी पत्नी रेनू ने थाने में पति के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। दूसरे दिन यानी 6 अक्टूबर को रवि मोहन का शव बांदा के बदेहदू गांव में नहर के पास पड़ा मिला था। जानकारी मिलने के बाद चाचा ने शव की शिनाख्त की थी। उन्होंने हत्या की आशंका जताते हुए रवि के मकान में रहने वाले महेंद्र कुमार उर्फ मोनू पर शक जताया था। पुलिस ने जांच के बाद महेंद्र को गिरफ्तार करके जेल भेजा था।
क्राइम ब्रांच को मिली जांच तो सही दिशा में बढ़े कदम
लेकिन रवि मोहन के परिजनों ने पुलिस की जांच पर असंतोष जताते हुए DIG कानपुर से शिकायत की। जिसके बाद पूरा मामला क्राइम ब्रांच को दे दिया गया था। रविवार को क्राइम ब्रांच ने खुलासा किया कि रवि मोहन की पत्नी रेनू ने अपने प्रेमी महेंद्र के साथ मिलकर पहले अपने पति को मौत के घाट उतारा और फिर अपने गुनाह को छिपाने के लिए घाटमपुर में फर्जी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पति पत्नी में होता था झगड़ा
एसपी क्राइम डॉ. सुरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि रेनू ने अपने पति रवि मोहन की 5 अक्टूबर को ही अपने प्रेमी महेंद्र कुमार के साथ मिलकर घर में हत्या कर दी थी। उसके बाद महेंद्र अपने रिश्तेदार भोले के साथ रवि के शव को घाटमपुर से ले जाकर बांदा में फेंक आया था। इसी दौरान रेनू ने पुलिस को गुमराह करने के लिए उसके लापता होने की सूचना दी थी। जांच पड़ताल जैसे-जैसे आगे बढ़ी रेनू और मोनू के संबंधों के बारे में जानकारी हुई। जिसके बाद जब रेनूू से पूछताछ की गई तो वह पहले पुलिस को गुमराह करती रही। लेकिन फिर रेनू ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि उसके महेंद्र से अवैध संबंध थे। जिसकी जानकारी रवि मोहन को हो गई थी और आए दिन झगड़ा करता था। जिससे तंग आकर रवि मोहन को रास्ते से हटाने की योजना महेंद्र व चंद प्रकाश के साथ मिलकर बनाई थी और फिर समय मिलते ही रवि मोहन की हत्या कर दी थी।