भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा नगर निगम जोन क्रमांक 05 खाली कुर्सियां कर रही प्रभारी और इंजीनियर का इंतेज़ार।
छिंन्दवाडा पूरा मामला परासिया रोड़ वार्ड नं.45 लोनिया करबल स्थित नगर निगम जोन क्रमांक 05 का बताया जा रहा है।जहां पर एक बार फिर जोन प्रभारी श्री नीरज तांबे और जोन इंजीनियर नेहा चौहान की बड़ी लापरवाही सामने आई है।पिछले कई दिनों से देखा जा रहा है कि जोन प्रभारी श्री तांबे और इंजीनियर चौहान मैडम अपने ऑफिस टाइम पर नही पहुँचते हैं।आज भी इनके टेबल पर इन्तेजार करती फाइलों का ढेर देखने को मिला।दोनों की कुर्सियां खाली पाई गई आखिर इनके ऊपर कौनसे बड़े अधिकारी का हाथ है जो ये लोग आयेदिन अपनी मनमर्जी से ऑफिस में आना जाना करते हैं।अभी का ताजा मामला यह है कि जोन ऑफिस के पीछे पैक बाउंड्रीवाल के अंदर ही कर्मचारियों के लिए शौचालय था जिसे जोन प्रभारी तांबे और इंजीनियर चौहान मैडम सहित कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से तुड़वा दिया गया था और नया निर्माण कार्य किया जा रहा था।कुछ दिन चले इस निर्माण कार्य में कई खामियां पाई गई कभी भी दीवार की तराई नही की गई दीवार इतनी कमजोर बनाई जा रही है जो कभी भी नीचे गिर सकती है।इस निर्माण किया में भारी लापरवाही बरती गई।पिछले कुछ महीने से इस निर्माण कार्य को रोक दिया गया है जहां ऑफिस के कर्मचारियों को शौचालय की बहुत परेशानी हो रही है।नगर निगम के द्वारा आठ वार्डों 01,02,40,43,45,46,47,48 को मिलाकर एक जोन बनाया गया है।जिससे वार्ड की जनता को शासन की योजनाओं की मूलभूत सुविधाओं का फायदा मिल सके।08 वार्डों की जनता को अपने काम के लिए लोनिया करबल के जोन कार्यालय में आना पड़ता है लेकिन यहां पर जनता की सुविधा के लिए कोई व्यवस्था ही नही है।न तो बैठने की लिए कोई उचित व्यवस्था है न ही पीने के लिए पानी की व्यवस्था है।पीने के पानी की एक मशीन लगी है मगर उसका उपयोग बाहर की जनता नही कर पाती है।इन सभी वार्डों की जनता मूलभूत सुविधाओं से वंचित न रह पाए इसलिए यह जोन क्रमांक 05 बनाया गया है।मगर यहां की जिम्मेदार जोन प्रभारी एवं इंजीनियर मैडम की मनमानी से जनता को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।दोनों ही अधिकारी अपने कार्यालय टाइम पर नही पहुँचते है और कभी भी गोल मारते रहते हैं अपने नीचे बैठे कर्मचारियों को नगर निगम में मीटिंग का बहना बताकर गोल रहते हैं।जोन प्रभारी नीरज तांबे नगर निगम की अपनी जो भी फाइलें रहती है उनको खुद से कंप्लीट नही कर पाते हैं।नीचे बैठे कर्मचारियों से अपना काम करवाकर नगर निगम को लाखों का चूना लगा रहें हैं और अपनी मोटी पेमेंट लेकर नगर निगम को कर्ज पर गाढ़ रहें हैं।आखिर इन भ्रष्ट अधिकारियों पर निगम आयुक्त कोई कार्यवाही क्यों नही करते।पिछले कुछ दिन पहले भी जोन प्रभारी नीरज तांबे की लापरवाही की शिकायत की गई थी और जनता की सुविधा के लिए सूचना पटल ऑफिस की समय सारणी अंकित करने के लिए बोला गया तो उनके द्वारा निर्धारित समय पर सूचना पटल पर समय सारणी अंकित नही किया गया था।जोन प्रभारी तांबे और इंजीनियर चौहान मैडम से ऑफिस के बारे में कुछ जानकारी माँगी गई तो दोनों अधिकारी बचते नज़र आये।नगर निगम में ऐसे और भी कई अधिकारी कर्मचारी है जो अपनी मनमानी कर रहे हैं और पूरे निगम को भ्रष्टाचार का गढ़ बना डाला।पूरे नगर निगम में कुछ अधिकारियों कर्मचारियों ने अपने-अपने परिचितों को मोटी-मोटी रकम लेकर फर्जी तरीकों से नोकरी पर रख लिया है।इस तरह पूरे नगर निगम में भ्रष्टाचार का माहौल चल रहा है।आगे और भी भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी कर्मचारी के नाम उजागर किया जायेगा।