चुनाव उम्मीदवारों की पांचवी सूची आने के बाद से भाजपा में मचा घमासान।
जबलपुर उत्तर-मध्य की सीट को लेकर कार्यकर्ताओं ने किया हंगामा। ग्वालियर, रेगांव, नागौद में भी प्रत्याशी बदलने की उठ रही है मांग। केंद्रीय मंत्रियों और प्रदेश पदाधिकारियों के सामने जमकर हुआ बबाल। अनुशासन हीनता से भारतीय जनता पार्टी की छवि हो रही है धूमिल।
उदित नारायण
भोपाल। भाजपा द्वारा चुनाव उम्मीदवारों की पांचवी लिस्ट जारी होने के बाद से ही टिकट वितरण से असंतुष्ट नेताओं और उनके समर्थकों ने घमासान मचा दिया है। भाजपा के आक्रोशित कार्यकर्ता लगातार चुनाव प्रत्याशी बदलने की मांग करते हुए केंद्रीय मंत्री और प्रदेश पदाधिकारियों के सामने हंगामा, प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां गौर करने वाली बात यह है कि अपने आपको देश की सबसे अनुशासित पार्टी बताने वाली भारतीय जनता पार्टी में लगातार नेता और कार्यकर्ताओं द्वारा की जा रही अनुशासन हीनता से पार्टी की छवि धूमिल हो रही है। भाजपा संगठन को यह भी गौर करने की जरूरत है की करीब 70 सालों तक देश पर राज करने वाली कांग्रेस पार्टी की नैया डूबने का सबसे बड़ा कारण पार्टी की अंतरकलह, गुटबाजी और अनुशासन हीनता ही रही।जिसके चलते कांग्रेस पार्टी लगातार सिमटती चली गई। कहीं यही हाल भाजपा का ना हो जाए इस पर भी संघठन को काम करने की जरूरत है।
जबलपुर में केंद्रीय मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के सामने बबाल
यहां उत्तर मध्य विधानसभा क्षेत्र से पार्टी ने अभिलाष पांडे को टिकट देकर मैदान में उतारा है। जबकि दो. अभिलाष पांडे उत्तर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के सक्रिय नेता हैं और वहीं से अपनी दावेदारी पेश कर रहे थे। वहां से टिकट नहीं मिल सका तो शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें उत्तर मध्य सीट से टिकट दे दिया। इस बात से स्थानीय नेताओं में असंतोष फैल गया। टिकट वितरण से नाराज कार्यकर्ताओं ने हंगामा खड़ा कर दिया। नाराज कार्यकर्ताओं ने रानीताल पार्टी कार्यालय में उत्तर मध्य विधानसभा प्रत्याशी अभिलाष पांडे का विरोध कर प्रदर्शन किया। पांचवीं सूची आने के बाद ही पार्टी का संभागीय कार्यालय कार्यकर्ताओं की भीड़ से पट गया। प्रत्याशी को लेकर नाराज कार्यकर्ता कार्यालय पहुंचे और जमकर हंगामा किया। दरअसल, इस सूची में जबलपुर की उत्तर मध्य सीट से पार्टी ने अभिलाष पांडे को उम्मीदवार बनाया है। सूची जारी होते ही जबलपुर बीजेपी कार्यालय में जमकर हंगामा हो गया। बीजेपी दफ्तर में हंगामें का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस सीट से पूर्व विधायक व पूर्व मंत्री शरद जैन और पं.धीरज पटेरिया को प्रबल दावेदार माना जा रहा था, लेकिन जब उत्तर पश्चिम से दावेदारी पेश करने वाले डॉ. अभिलाष पांडे का नाम प्रत्याशी के रूप में सामने आया तो कार्यकर्ता जमकर भड़क गए और उन्होंने बीजेपी कार्यालय में तोड़फोड़ कर दी। इस दौरान भाजपा नेता पं.धीरज पटेरिया शरद जैन, प्रीति बाजपेयी के समर्थक बड़ी संख्या में कार्यालय में मौजूद रहे।
हंगामे के समय केन्द्रीय मंत्री और मध्यप्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेन्द्र सिंह वहां मौजूद थे। टिकट बदलने की मांग कर रहे कार्यकर्ताओं ने उनके साथ ही धक्का-मुक्की कर दी। प्रभारी भूपेंद्र यादव के साथ भी धक्कामुक्की की गई। साथ ही उनके गनमैन के साथ मारपीट भी की। इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु शर्मा के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी और आपत्तिजनक टिप्पणीकी गई। हंगामा बढ़ा तो भारी संख्या में पुलिस ने कार्यालय को सुरक्षा घेरे में ले लिया। देर रात तक कार्यकर्ता कार्यालय में डटे रहे। हंगामे के बाद पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि कार्यकर्ताओं को समझा लेंगे।
सिंधिया के महल पर मुन्नालाल गोयल के समर्थकों का हंगामा
इधर ग्वालियर में भी विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी द्वारा पांचवी लिस्ट जारी किए जाने के बाद राजनीतिक बवाल लगातार बढ़ता जा रहा है और आज यह बवाल केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और ग्वालियर के महाराज के महल तक पहुंच गया। नाराज भाजपाइयों ने सिंधिया के महल के बाहर जमकर नारेबाजी की।
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने पांचवीं लिस्ट में ग्वालियर पूर्व विधानसभा से पूर्व मंत्री माया सिंह को इस बार टिकट दिया है भाजपा नेता मुन्नालाल गोयल इस सीट से दावेदारी ठोक रहे थे और जैसे ही पांचवी लिस्ट आने पर माया सिंह के नाम का ऐलान हुआ मुन्नालाल गोयल समर्थक इकट्ठा होना शुरू हो गए देर रात उन्होंने जहां मुरार के बारादरी चौराहे पर जमकर चक्का जाम करते हुए हंगामा मचाया था तो वही सुबह होते ही गोयल के समर्थक केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के महल तक पहुंच गए। इस दौरान महल पर तैनात गार्ड ने जब उन्हें रोकने का प्रयास किया तो उनसे झूमा झट की भी हुई और गार्ड बैरिकेड लांघते हुए सिंधिया समर्थन महल के मुख्य द्वार तक पहुंच गए और यहां डेढ़ से 2 घंटे तक जमकर हंगामा किया और मुन्नालाल गोयल के समर्थन में नारेबाजी करते नजर आए इस दौरान केंद्रीय मंत्री जब महल से बाहर निकले तो कार्यकर्ताओं ने उन्हें रोकने का प्रयास किया और उनकी गाड़ी के आगे भी लेट गए विरोध प्रदर्शन करने वालों में महिलाएं भी थी और उन्होंने भी सिंधिया के सामने मुन्नालाल गोयल के समर्थन में जमकर प्रदर्शन किया।
गगनेंद्र समर्थकों ने भाजपा कार्यालय दिया धरना
नागौद सीट पर नागेंद्र सिंह को भाजपा प्रत्याशी बनाए जाने के बाद सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध करते हुए भाजपा कार्यालय परिसर पर धरना शुरू कर दिया। कार्यकर्ताओं का कहना है कि सर्वे में गगनेंद्र सिंह का नाम था और पार्टी ने ऐसे नेता को टिकट दिया जो खुद चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर चुके हैं। ज्ञात हो कि गगनेंद्र सिंह के समर्थकों ने 2018 के चुनाव में भी उन पर निर्दलीय चुनाव लड़ने का दबाव बनाया था। हालांकि तब संगठन उन्हें मनाने में कामयाब हो गया था। अब एक बार फिर धरना प्रदर्शन शुरू हो गया है। गगनेंद्र सिंह के कार्यालय पन्ना नाका में समर्थकों ने डेरा डाल रखा है, जबकि कई कार्यकर्ता नाराज होकर नारेबाजी करते हुए बीजेपी कार्यालय पहुंच गए। गगनेंद्र सिंह के निर्दलीय चुनाव लड़ने को लेकर आज बड़ी बैठक बुलाई गई है।
वहीं इस क्षेत्र से ही दावेदारी पेश करने वाले भाजपा के एक और युवा नेता ऋषभ सिंह के समर्थकों में भी टिकट वितरण को लेकर असंतुष्ट नजर आ रही है। ऋषभ सिंह के समर्थक सूची जारी होने के बाद पार्टी से खफा नजर आ रहे हैं। खबर है की सूची सामने आने के बाद ऋषभ सिंह के समर्थक उनके निवास स्थान पर जा पहुंचे और पार्टी निर्णय को लेकर नाराजगी जाहिर की लेकिन ऋषभ सिंह ने फिलहाल अपने समर्थकों को समझा बुझाकर शांत करा दिया है। अब देखना यह है की यह शांति कब तक बरकरार रहती है।
रैगांव में पुष्पराज बागरी और रानी बागरी का इस्तीफा
रैगांव विधानसभा क्षेत्र से उप चुनाव में हार चुकी प्रतिमा बागरी को फिर से टिकट दिए जाने का विरोध करते हुए पूर्व मंत्री जुगुल किशोर बागरी के बेटे पुष्पराज बागरी ने इस्तीफा दे दिया। इसके साथ ही वरिष्ठ नेता रानी बागरी ने भी सतना सांसद गणेश सिंह पर आरोप लगाते हुए इस्तीफा दिया है।
उप चुनाव में भाजपा ने रैगांव सीट से प्रतिमा बागरी को उतारा था। तब प्रतिमा को 60699 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस प्रत्याशी कल्पना वर्मा को 72989 वोट मिले थे। जिसके बाद प्रतिमा बागरी को 12290 वोटों से हार का सामना करना पड़ा था। टिकट का विरोध करने वाले नेता पुष्पराज बागरी ने फेसबुक पर पोस्ट कर भाजपा के सर्वे को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने भाजपा के सर्वे और वरिष्ठ नेताओं की बातें झूठी होने का भी आरोप लगाया है।
पुष्पराज बागरी ने उप चुनाव के दौरान भी टिकट वितरण पर सवाल उठाते हुए विरोध जताया था, लेकिन तब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मनाने के बाद वे भाजपा के कार्यक्रम में चले गए थे। वहीं भाजपा नेता रानी बागरी ने भी इस्तीफा दे दिया है। रानी बागरी ने सांसद गणेश सिंह पर खुला आरोप लगाते हुए कहा कि सतना में सांसद जिसे चाहते हैं उसी को टिकट दिया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रतिमा बागरी जो कर सकती हैं वह मैं नहीं कर सकती, मैं किसी की चरण वंदना नहीं कर सकती। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा की टिकट वितरण का सिस्टम समझ नहीं आया। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा पहले तीन हजार वोटों से अधिक से हारे लोगों को टिकट नहीं देने की बात कही थी। अब उन्हीं लोगों को टिकट दी गई जो पिछला चुनाव बड़े अंतर से हारे हुए हैं।