जबलपुर मे है स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल.. अनुराग तिवारी
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मध्य प्रदेश जबलपुर में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर प्रदेश सरकार बिलकुल ही उदासीन है । प्रदेश शासन के द्वारा जबलपुर जैसे 28 लाख की आबादी वाले शहर में जिला मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय मिश्रा जी को पदस्थ करके रखा गया है जो की नियमित पदस्थापना नहीं है ।
यह की बड़े अचरज की बात है की , जबलपुर में लगातार स्वास्थ्य विभाग की अनियमितताओं के कारण मेडिकल सिंडीकेट के खासम खास एवम जबलपुर के एक माननीय के वरद हस्त के कारण , डॉ संजय मिश्रा जी को हर प्रकार से संरक्षित किया जा रहा है । इससे बड़ी बात ये है की , डॉ संजय मिश्रा को उपकृत करने स्वास्थ्य माफिया के द्वारा ज्वाइंट डायरेक्टर स्वास्थ्य सेवाएं जबलपुर का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है ।
जबलपुर के स्वास्थ्य विभाग के इतिहास में सबसे बड़ा घोटाला “आयुष्मान भारत योजना का घोटाला ” में ऐसे पहली बार हुआ की जिस अधिकारी डॉ संजय मिश्रा एवम “आयुष्मान भारत ” के मैनेजर भुवनेश साहू की देखरेख में सारा घोटाला हुआ फर्जी बिल पास हुए अस्पताल संचालकों को जेल भेजा गया वो दोनो अधिकारियों को आरोपी नही बनाया गया ।
युवा क्रांति के अनुराग तिवारी ने बताया की युवा क्रांति द्वारा दोनो अधिकारियों की इस घोटाले में भूमिका की जांच के लिए एक आवेदन एस आई टी को सौंपा जाएगा साथ ही दोनो अधिकारियों की संपत्ति की जांच का आवेदन लोकायुक्त महोदय मध्य प्रदेश को सौंपा जाएगा । ज्ञात हो कि स्वास्थ्य विभाग के अंदरूनी सूत्रों ने जानकारी दी है की दोनो अधिकारी जबलपुर से संचालित एक हॉस्पिटल सिंडीकेट के कमाऊ पूत है और दोनो ने अनुपातहीन संपत्ति अर्जित कर के रखी हुई है । दोनो के द्वारा सिडीकेट के इशारे पर छोटे अस्पताल संचालकों को इरादतन परेशान किया जा रहा है । साथ ही नए अस्पतालों के रजिस्ट्रेशन के लिए भी अनाप शनाप मांग की जा रही है । डॉ संजय मिश्रा जानबूझकर भोपाल अग्रेषित किए जाने वाले सारे दस्तावेज भेजने में आनाकानी कर रहे इस गोरखधंधे में दोनो तरफ से भ्रष्टाचार किए जाने की आशंका भी व्यक्त की जा रही है । आज दिनांक 7 अगस्त 2023 को युवा क्रांति का एक डेलिगेशन भोपाल में इस प्रकरण की सघन जांच के लिए ज्ञापन भी सौंपा है