दरोगा सहित फरार तीन पुलिसकर्मियों पर 10-10 हजार का इनाम घोषित।
ग्वालियर। क्रिकेट सटोरियों से 23 लाख रुपए अपने करीबी के खाते में ट्रांसफर कराने वाले पुलिस के दरोगा, हवलदार और आरक्षक ने मामले का खुलासा होने के बाद प्रकरण दर्ज होते ही खुद को भूमीगत कर लिया है। अब इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक ग्वालियर द्वारा तीनों फरार पुलिसकर्मियों दस-दस हजार रुपए का ईनाम घोषित कर दिया गया है लेकिन अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का दम भरने वाले पुलिस महकमे द्वारा अपने ही पुलिसकर्मियों को तत्परता से गिरफ्तार नहीं कर पाना पुलिस की कार्यवाही पर सवालिया निशान लगा दिया है।
पुलिस की मानें तो सटोरियों से रुपए खातों में डलवाने के आरोपी एस.आई. मुकुल यादव, प्रधान आरक्षक विकास तोमर और आरक्षक राहुल यादव का प्रकरण दर्ज होने के बाद से अभी तक कोई सुराग पुलिस को नहीं मिला। जिसके चलते पुलिस अधीक्षक ग्वालियर राजेश सिंह चंदेल द्वारा तीनों फरार पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी पर 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया है लेकिन यहां सोचने वाली बात यह है की जल्दी से जल्दी अपराधियों को गिरफ्तार करने का दम भरने वाली पुलिस अभी तक तीनों में से एक भी फरार पुलिसकर्मी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। क्या आरोपी पुलिसकर्मी सही में पुलिस के हांथों में नहीं आ रहे हैं या फिर विभाग के लोगों की मेहरबानी से कहीं मौज कर रहे हैं?
तीन खातों में शिफ्ट हुई रकम
सटोरियों से पुलिस कर्मियों द्वारा राजस्थान और गुजरात के जिन खातों में रकम ट्रांसफर कराई गई थी वह रकम कुछ ही घंटों में दूसरे खातों में शिफ्ट की गई। रकम तीन खातों में शिफ्ट की गई अब पुलिस ने इनमें से कुछ खातों को फ्रीज करा दिया है और इन खातों के ट्रांजेक्शन की जानकारी भी बैंक प्रबंधन से मांगी गई है। इन खाताधारकों को पकड़ने के लिए पुलिस पार्टी राजस्थान व गुजरात भेजी जाएगी।