पूरी तैयारी के साथ दिल्ली से आए स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य, संभावित प्रत्याशियों के नाम लिफाफे में नहीं देने वाले हुए तलब
भोपाल – मध्य प्रदेश कांग्रेस के इलेक्शन इंचार्ज रणदीप सुरजेवाला स्क्रीनिंग कमेटी के साथ पूरी तैयारी से आए हैं। संभाग और जिला स्तर के साथ विधानसभा सीटों की भी पूरी रिपोर्ट तैयार की है। इसी के आधार पर दूसरे दिन भी जिला अध्यक्ष और प्रभारी के साथ बैठक हुई। सबसे ज्यादा मंथन भोपाल की सीटों पर हुआ। जिला अध्यक्ष स्थानीय प्रत्याशी को लेकर संशय में है। भोपाल संभाग की पांच सीटों पर नाम फाइनल नहीं हो सके हैं। इसका कारण है कि स्थानीय नेतृत्व नाराज है। जिसकी रिपोर्ट रणदीप सुरजेवाला को जिला अध्यक्ष और प्रभारी ने दी है।
खास बात यह है कि सील बंद लिफाफे में नाम देने के बाद भी कई जिला अध्यक्ष और प्रभारी एक साथ केंद्रीय आलाकमान के सदस्यों के सामने चर्चा करने के लिए राजी नहीं हुए। इसके बाद अकेले में स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्यों के साथ चर्चा की गई। रविवार को शहडोल, भोपाल जबलपुर और नर्मदापूरम के संभागों के साथ बैठक हुई। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि बैठक के दौरान जिला अध्यक्षों ने प्रत्याशियों के नाम दिए गए। इसके अलावा केंद्रीय आलाकमान ने भी कई अन्य प्रत्याशियों के नाम की चर्चा की। आला कमान ने भी सर्वे कराया और सर्वे के आधार पर प्रत्याशियों के नाम जिला अध्यक्षों ने नहीं दिए। इसके पीछे की वजह भी स्क्रीनिंग कमेटी ने पूछी। फिर जिला अध्यक्ष प्रभारी ने अलग से 121 चर्चा करके प्रत्याशियों के नाम नहीं देने की वजह भी बताई। माना जा रहा है कि 15 से 20 सितंबर के बीच में कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची जारी कर सकती है।
विधायकों के साथ आज बैठक, नाथ ने कहा – इशारा कर दिया है
– जिला अध्यक्ष और प्रभारी के साथ चर्चा करने के बाद अब विधायकों के साथ भी चर्चा की जाएगी सोमवार को कांग्रेस कार्यालय में सभी मौजूदा विधायकों को बुलाया गया है। जिला अध्यक्ष और प्रभारी की तरफ से मिले फीडबैक के आधार पर केंद्रीय आलाकमान चर्चा करेगा इसमें प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ सहित कई अन्य नेता भी मौजूद रहेंगे। जिन विधायकों की स्थानीय स्तर पर पकड़ कमजोर है। उन्हें बैठक के दौरान ही जानकारी दी जाएगी। वही मीडिया के साथ चर्चा करते हुए कमलनाथ ने कहा कि जिन प्रत्याशियों का नाम तय हुआ है उन्हें इशारा कर दिया गया है उन्होंने अपनी क्षेत्र में तैयारी भी शुरू कर दी है। टिकट का ऐलान अभी फिलहाल संभव नहीं है। इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सबसे ज्यादा सर्वे और स्थानीय नेतृत्व के साथ चर्चा कर रहा है जिसका कारण है कि टिकट वितरण के बाद कोई विवाद की स्थिति ना बने। इसलिए सभी से राय मशवरा लेकर मंथन कांग्रेस कर रही है।
पैराशूट प्रत्याशी को नहीं मिलेगा टिकट, जिताऊ पर संगठन करेगी फैसला
– इधर मीडिया से चर्चा करते हुए स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य भंवर जितेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस संगठन सभी प्रत्याशियों पर चर्चा कर रहा है। बीजेपी से कांग्रेस में शामिल होने वाले पैराशूट प्रत्याशियों को टिकट नहीं दिया जाएगा। फामूर्ला सिर्फ एक ही है कि जीताऊ उम्मीदवार को टिकट दिया जाए। अगर बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए नेता भी स्थानीय नेता और संगठन के रिपोर्ट में जीताऊ है तो टिकट देने पर विचार होगा।