**भोपाल के जेल प्रहरी द्वारा देवर के मकान मे चोरी कराने एवं कब्ज़ा कराने का आरोप -जेल के डी आई जी संजय पांडे पर है आरोपी का सहयोग करने का आरोप
मामला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का है जहाँ सास, ससुर एवं पति के निधन के बाद महिला जेल प्रहरी शीतल श्रीवास्तव का सास एवं ससुर के पैतृक सम्पति एवं बैंक बैलेंस के बंटवारे को लेकर विवाद शुरू हो गया, मामला इतना बढ़ा कि सम्पति विवाद का मामला न्यायालय तक पहुंच गया जो कि भोपाल न्यायालय मे विचाराधीन है, आरोप है कि जेल प्रहरी द्वारा लगातार पीड़ित को परेशान कराया जा रहा है, उसी क्रम मे 13 अप्रैल 2023 की रात को जेल प्रहरी शीतल श्रीवास्तव उनके भाई विक्की एवं पी एस श्रीवास्तव द्वारा पीड़ित के घर मे ताला तोड़कर चोरी कराई गयीं तथा सम्पति पर कब्ज़ा किया गया जिसकी जानकारी तत्काल सम्बंधित पुलिस स्टेशन को दे कर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी, पीड़ित ने आरोप लगाया है कि आरोपी शीतल श्रीवास्तव अपनी वर्दी का गलत फायदा उठा रही हैं और इसमें उनके उच्च अधिकारी उनका भरपूर साथ दे रहे हैं, पीड़ित ने सीधे जेल के डी आई जी संजय पांडे पर आरोपी की मदद करने अपने रसूक का इस्तेमाल कर पीड़ित को परेशान करने का आरोप लगाया है, पीड़ित का कथन है कि संजय पांडे का सरकार मे इतना रसूक है कि वह विगत 7वर्षो से एक ही जगह पदस्थ है उनको हटाने या हिलाने का साहस किसी ने नहीं किया, वह इस तरह के तमाम मामलो मे अपने मे अक्सर अपने रसूक का इस्तेमाल करते रहते हैं, शीतल, संजय पांडे व अन्य पर जेल की गोपनीयता भंग कर कई दस्तावेजों को सार्वजनिक अखवारों मे छापवाने का आरोप भी पीड़ित ने लगाया है |
पीड़ित ने न्याय हेतु मुख्यमंत्री कार्यालय, गृह विभाग एवं जेल प्रसाशन से भी लिखित रूप के कई बार गुहार लगाई लेकिन कुम्भकरण की नींद सो रही शिवराज सरकार तक फरियादी की पुकार नहीं पहुंच रही, या डी आई जी संजय का रसूक वाकई इतना है कि सरकार जानते हुए भी आँखमूँद कर अनसुना कर रही है अगर सच मे ऐसा है तो यह शिवराज सरकार के सुशासन के दावे पर एक तमाचा है, सवाल यह भी है कि मध्यप्रदेश कि ऐसी कौन सी स्थानांतरण नीति है जिसमे एक व्यक्ति लगातार 7 सालों से पदस्थ है यह उनकी काबलियत है है या कुछ और या कमाही के हिस्से मे सब सझीदार हैँ, मामला अत्यंत गंभीर है चुनावी साल है ऐसी परिस्थितियां शिवराज सरकार के समक्ष ममुश्किलें जरूर उत्पन्न करेंगी…उम्मीद है सरकार जागेगी और पीड़ित को न्याय मिलेगा