महाकुंभ के नाम पर गुर्जर समाज ने मचाया आतंक।
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ग्वालियर। शहर के फूलबाग मैदान पर गुर्जर समाज द्वारा आयोजित गुर्जर महाकुंभ के दौरान गुर्जर युवाओं ने जमकर हंगामा किया। पहले फूलबाग चौराहे पर चक्काजाम किया। पथराव किया। फिर कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर, एसपी, नगर निगम कमिश्नर, एसडीएम समेत 50 से ज्यादा पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की गाड़ियों में तोड़फोड़ दीं। कलेक्ट्रेट में घुसने पर जो सामने आया, उसे पीटा। प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय में बाहर लगे कांच भी तोड़ दिए। इस हिंसक प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को भी नहीं बख्शा। हिंसक प्रदर्शन कर रहे युवकों ने पुलिस के अधिकारी सहित कई पुलिसकर्मियों को घायल कर दिया। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया गया। पुलिस ने हालात काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस अधिकारियों ने और फोर्स बुलाकर कलेक्ट्रेट को छावनी में तब्दील कर उपद्रवियों को खदेड़ दिया लेकिन हिंसा और उपद्रव मचाने पर आमादा गुर्जर युवाओं ने मुरार, थाटीपुर आदि कई स्थानों पर भी हंगामा कर बाजार बंद करा दिये। यहां से पुलिस द्वारा खदेड़े जाने के बाद उपद्रवियों का हुजूम हाइवे पर स्थित सिकरौदा तिराहे पर जा पहुंचा और यहां भी भारी उत्पात मचाते हुए हाइवे से गुजर रहे वाहनों में तोड़फोड़ और लोगों से मारपीट कर हाइवे पर जाम लगा दिया। हाइवे जाम की खबर मिलते ही भारी पुलिस बल के साथ तमाम अधिकारी हाइवे पर जा पहुंचे और बल प्रयोग कर उपद्रवियों को खदेड़ा और जाम खुलवाया। इस घटना के बाद से चिरवाई नाके पर राजा मिहिर भोज की प्रतिमा के आसपास फोर्स तैनात करने के साथ ही पुलिस पूरे इलाके पर नजर रखे हुए हैं। पुलिस ने 25 संदिग्ध लोगों को पकड़ा है। ये सभी बाइक से आए थे। उन्होंने पास ही के पेट्रोल पंप पर बाइक पार्क की थी। पुलिस ने पेट्रोल पंप पर खड़ी 150 से ज्यादा बाइक जब्त कर ली हैं।
फूलबाग मैदान पर आयोजित था गुर्जर महाकुंभ
सोमवार को फूलबाग मैदान पर गुर्जर पंचायत के बैनर तले गुर्जर महाकुंभ का आयोजन किया गया था। इसमें अंचल के सभी जिले सहित अन्य प्रदेशों से गुर्जर समाज के लोग आए थे। इसमें पांच प्रमुख मांगों को रखा गया था। सबसे बड़ी मांग गुर्जर सम्राट मिहिर भोज को लेकर है।
असल में, ग्वालियर में पिछले दो साल से चिरवाई नाका पर लगी सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा को विवाद के चलते टीन शेड से कवर कर दिया गया था। ये कार्रवाई कोर्ट के आदेश पर जिला प्रशासन और पुलिस ने की थी। इसी को लेकर गुर्जर समुदाय में आक्रोश है। इनकी मांग है कि प्रतिमा के आसपास लगाए गए टीनशेड कवर हटाए जाएं।
कलेक्ट्रेट जाना पहले से तय था, पुलिस का इंटेलिजेंस फैल
ग्वालियर में सोमवार को गुर्जर समुदाय का गुर्जर महाकुंभ कब उपद्रव में बदल गया पुलिस को पता भी नहीं लगा। दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के कई बड़े नेताओं के साथ ही अंचल के हजारों गुर्जर युवा महाकुंभ के नाम पर फूलबाग मैदान में जमा थे। पुलिस और प्रशासन को पता ही नहीं चला शांतिपूर्ण आंदोलन कब और कैसे उग्र आंदोलन में बदल गया ? यह सब पहले से तय था, पुलिस चाहती तो इस उपद्रव को रोका जा सकता था, लेकिन पुलिस का इंटेलीजेंस पूरी तरह फेल रहा है। फूलबाग मैदान में चल रहे गुर्जर महाकुंभ में भडकाऊ भाषण के बाद दोपहर 1.30 बजे करीब 800 से 900 युवा फूलबाग चौराहा पर आए और यहां जाम लगाने बैठ गए। यहां जब पुलिस ने उन्हें काबू करना चाहा, तो उपद्रवियों ने सिरोल थाना की मोबाइल (गाड़ी) के कांच तोड़ दिए। इसके बाद किसी तरह पुलिस ने कन्ट्रोल कर लिया। पुलिस को पता था कि यह तो कुछ युवक थे। महाकुंभ में आए सभी सदस्य एक साथ कलेक्ट्रेट जाएंगे। उसके बाद भी पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई। पहली घटना के तीन घंटे बाद 4.30 बजे के लगभग गुर्जर युवा कलेक्ट्रेट पहुंचे और यहां उपद्रव मचा दिया। यहां उन्हें रोकने के लिए पर्याप्त फोर्स नहीं था।
पहले से तय था कलेक्ट्रेट का घेराव
गुर्जर महाकुंभ का आयोजन पहले से तय था। गुर्जर महाकुंभ के संयोजक दिनेश कंसाना ने दो दिन पहले ही घोषणा की थी कि गुर्जर महाकुंभा में मंच से सभा होने के बाद सभी सदस्य रैली के रूप में कलेक्ट्रेट जाएंगे और यहां कलेक्टर ग्वालियर को अपनी मांगों से अवगत कराने ज्ञापन सौंपा जाएगा। जब यह कार्यक्रम तय था तो पुलिस ने इंतजाम क्यों नहीं किए। जबकी पूर्व में सम्राट मिहिर भोज प्रतिहार की मूर्ती के मामले में चिरवाई नाका,गोला का मंदिर , दीनदयाल नगर चौराहा सहित अन्य स्थानों पर गुर्जर समाज ने उग्र आंदोलन किये हैं।
उपद्रवियों के वाहनों के नंबर से होगी पहचान
पुलिस को कलेक्ट्रेट के सामने पेट्रोल पंप पर खड़े लगभग डेढ़ सैकड़ा वाहन मिले हैं। यह वाहन उन लोगों के हैं जो कलेक्ट्रेट में हंगामा करने आए थे। उपद्रवी पुलिस के खदेड़ने के बाद बिना वाहनों के भागे हैं। अब पुलिस ने यह वाहन जब्त कर लिए हैं। अब इनके रजिस्ट्रेशन नंबर से पुलिस एक-एक उपद्रवी का पता लगाकर उनके घर पहुंचेगी।
इन मांगों को लेकर अड़ा था गुर्जर समाज
*1, गुर्जर समाज को भाजपा-कांग्रेस संख्या के आधार पर प्रतिनिधित्व दें।
2, गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के आसपास लगाए गए टीनशेड कवर हटाए जाएं।
3, भिंड में भूरेश्वर मंदिर से हटाया गया गुर्जर बोर्ड वापस लगाया जाए।
4, गुर्जर प्रतिहार वंश की ऐतिहासिकता से छेड़छाड़ बंद की जाए।
5, गुर्जर समाज का निर्दोष सदस्य आकाश गुर्जर के एनकाउंटर पर उसके परिवार को आर्थिक मदद दी जाए
6, जहां-जहां से गुर्जर नाम हटाया गया है वहां उसका उल्लेख वापस किया जाए*