शिवराज जी, ये इंदौर में क्या हो रहा है? ना जीवित इंसान सुरक्षित है और ना शव?
पिछले एक हफ्ते में इंदौर में मरीजों के साथ-साथ शवों से भी जो बदसलूकी की घटनाएं सामने आ रही हैं, उससे शहर की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े हो गए हैं। एमवाय की मर्चुरी में शव का कंकाल बन जाना, पांच दिन तक दो महीने के बच्चे का शव बॉक्स में पड़ा रहना, कोरोना मरीज की मौत के बाद परिजन को बिना बताए शव रूम में रखवा देने के बाद सोमवार को यूनिक अस्पताल में एक कोविड मरीज के शव को चूहों द्वारा कुतरा जाना और एमटीएच अस्पताल में एक मरीज की फिर से मौत हो जाना जैसे मामले ने शहर की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवालिया निशान खड़ा कर दिए हैं। इस पूरे मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी ट्वीट कर चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा – मुख्यमंत्री शिवराज जी, ये आपके सपनों के शहर इंदौर में क्या हो रहा है? ना जीवित इंसान सुरक्षित है और ना शव?
पूर्व सीएम का ट्वीट
मुख्यमंत्री शिवराज जी, ये आपके सपनों के शहर इंदौर में क्या हो रहा है? ना जीवित इंसान सुरक्षित है और ना शव? शव कंकाल बन रहे हैं, नवजात का शव मुर्दाघर में रख भुला दिया जाता है और अब शव को चूहे द्वारा कुतरे जाने की घटना सामने आयी है। मानवता को शर्मशार करने वाली इन घटनाओं से परिवार की भावनाएं आहत हो रही हैं, इंसानियत – मानवता तार-तार हो रही है? स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली की सामने आ रही इन तस्वीरों पर सरकार कड़ा निर्णय ले, दोषियों पर सख़्त कार्यवाही करे।
यह है मामला
इतवारिया बाजार के रहने वाले नवीन चंद जैन (87 साल) को सांस लेने में तकलीफ होने पर 17 सितंबर को यूनीक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। परिजन के अनुसार, बुजुर्ग का कोविड वार्ड में इलाज चल रहा था। रविवार रात करीब 3 बजे उनकी मौत की सूचना दी गई। कहा गया कि निगम की गाड़ी उन्हें अंतिम संस्कार के लिए लेकर जाएगी। जब हम दोपहर 12 बजे अस्पताल पहुंचे तो हमने देखा कि शव को जगह-जगह चूहों ने कुतर रखा है। हमने प्रबंधन से बात की तो उनका कहना था कि हमसे गलती हो गई।