सेहत के लिए फायदेमंद है कांटेदार सत्यानाशी पौधा, कई औषधीय गुणों से है भरपूर.
The thorny devil’s snare plant is beneficial for health, possessing numerous medicinal properties.
हमारे आसपास कई तरह के पेड़ पौधे ऐसे होते हैं, जो कई सारे औषधीय गुना से भरपूर रहते हैं।
There are many types of trees and plants around us that are abundant in various medicinal properties.
हालांकि, कई बार अपने आसपास मौजूद चीजों को हम बेकार या फिर जंगली समझकर तोड़ देते हैं या उखाड़ कर फेंक देते हैं। ऐसा ही दिखने वाला एक कांटेदार पौधा सत्यानाशी फूल का होता है जो कई तरह की औषधीय गुणों से भरपूर है।
हमारे आसपास मौजूद पार्क, गार्डन और सड़क के किनारे पर कई तरह के पेड़ पौधे और फूल उगे हुए दिखाई देते हैं। कई पेड़ पौधे ऐसे होते हैं, जिनके बारे में लोगों को जानकारी नहीं होती है और वह इन्हें जंगली और बेकार समझ लेते हैं। ऐसा ही एक पौधा पीले रंग ला सत्यानाशी फूल है, जिस अक्सर ही बेकार समझ कर फेंक दिया जाता हैं। इस पौधे में बहुत सारे कांटे होते हैं, यही वजह है कि इसे बेकार समझा जाता है।
आपको बता दें कि ये कांटेदार फूल का पौधा सेहत के लिहाज से बहुत फायदेमंद है। इसे खुसबसूरती के साथ अगर गमले में लगाया जाए तो ये देखने में भी सुंदर दिखेगा और इससे होने वाले फायदे का लाभ भी उठाया जा सकता है। चलिए आज आपको इस पौधे से जुड़ी कुछ खास बातें बताते हैं।
कैसा होता है सत्यानाशी पौधा
सत्यानाशी पौधा देखने में बहुत खूबसूरत होता है और अक्सर ही खाली जमीन पर उग जाता है। इस पौधे में कई तरह की औषधि गुण मौजूद है और यह आपको अक्सर सड़क किनारे या निर्जन स्थान पर देखने को मिल जाएगा। इस पौधे में फूल, पत्ते, डाली सभी जगह पर कांटेदार पौधे होते हैं और इसे बहुत ही सावधानी के साथ तोड़ना पड़ता है। पीले रंग के स्कूल के अंदर बैंगनी रंग के बीच दिखाई देते हैं। सबसे खास बात यह है कि जब भी आप किसी पौधे या फूल को तोड़ते हैं तो उसमें से सफेद रंग का दूध निकलता है। लेकिन जब आप सत्यानाशी पौधे को तोड़ेंगे तो इसमें से आपको पीले रंग का दूध निकलता हुआ दिखाई देगा।
सत्यानाशी पौधे के फायदे
कांटेदार और बेकार सा दिखने वाला यह पौधा कई गुणों से भरपूर है और इससे बहुत तरह के फायदे होते हैं।
जिन लोगों को अक्सर खांसी चलने या फिर सांस चलने की शिकायत होती है, वह अगर इसकी जड़ को पानी में उबालकर काढ़े की तरह पिएंगे तो उन्हें बहुत फायदा होगा।
सत्यानाशी के तेल में गिलोय का जूस मिलाकर पीने से पीलिया जैसे रोग से मुक्ति मिलती है।
पेट दर्द की समस्या को दूर करने में भी यह पौधा काफी कारगर है बस आपको इसके दूध में घी मिलाकर पीना होगा और दर्द से आराम मिल जाएगा।
कैसे लगाए पौधा
सत्यानाशी पौधे को आप अपने घर में कैक्टस प्लांट की तरह ही लगा सकते हैं। जब इसमें फूल खिलेंगे तो यह बहुत ही खूबसूरत दिखाई देगा। इसे लगाने के लिए बस आपको पके हुए बीज की आवश्यकता होगी। आप इन्हें मिट्टी में मिला दें और बस पौधा उगने लगेगा। इस पौधे को कुछ खास देखभाल की जरूरत नहीं होती है। लगाते वक्त ही थोड़ी ऑर्गेनिक खाद इसकी मिट्टी में मिला दें। बीज के जरिए पौधा उगाने के अलावा आप छोटा सा पौधा लाकर भी इसे लगा सकते हैं। दिन में दो-तीन बार इसे पानी देने के अलावा आप धूप या छांव में कहीं भी इसे रख सकते हैं।
दाद-खाज-खुजली से छुटकारा (What stops itching fast)
स्किन रोगों के लिए सत्यानाशी का प्रयोग (Prickly Poppy use to Treat Skin Disease)
सत्यानाशी का पौधा आपको आसानी से पार्क या सड़क के किनारे लगा दिख जाएगा। यह एक कांटेदार पौधा होता है, जिस पर पीले रंग के फूल होते हैं। सत्यानाशी पंचांग के रस में हल्का नमक डालकर सेवन करने से स्किन संबंधी रोगों में लाभ होता है। इसके लिए आपको रोजाना सत्यानाशी पंचांग के रस का 1 या 2 चम्मच सेवन करना होगा।
दाद का इलाज (ringworm treatment)
एंटीफंगल गुणों से भरपूर सत्यानाशी का पौधा दाद के इलाज में भी फायदेमंद साबित होता है। सत्यानाशी की पत्तियों का रस या तेल को दाद वाली जगह पर लगाने से दाद के लक्षण धीरे धीरे हल्के होने लगते हैं और इसका इंफेक्शन फैलना भी बंद हो जाता है।
खुजली के लिए सत्यानाशी का उपयोग (uses of Prickly Poppy for itching)
खुजली की समस्या में इंसान परेशान हो जाता है, ज्यादा खुजली के कारण स्किन पर रैशेज भी आ जाते हैं और कई बार खून भी निकलने लगता है। फोड़े, फुंसी, खुजली और जलन के लिए सत्यानाशी फायदा करता है। इसके लिए आप सत्यानाशी पंचांग का रस या पीला दूध लगाएं। इसे लगाने से आपको खुजली से राहत मिलेगी।