पांच वर्ष से अलग, अलग रह रहे मामले में हुआ सुलह

Separated for five years, reconciliation happened in the case of living separately
- आपसी विवाद भुला एक दूजे के संग रहने तैयार हुए दंपति।
- व्यवहार न्यायालय में आयोजित,नैशनल लोक अदालत में 113 प्रकरणों का हुआ निराकरण ।
हरिप्रसाद गोहे
आमला। व्यवहार न्यायालय आमला में वर्ष 2021 में अनावेदक उमेश के विरुद्ध भरन पोषण का मामला श्रीमान अपर जिला सत्र न्यायाधीश आमला तपेश कुमार दुबे के न्यायालय में पेश किया था।जिस मामले का निराकरण व्यवहार न्यायालय आमला में आज आयोजित नैशनल लोक अदालत में सफलता पूर्वक किया गया। बतादेआवेदिका रूपाली का विवाह अनावेदक उमेश बंजारे ग्राम सेहरा के साथ सम्पन्न हुआ था। दोनों लगभग 5 वर्ष पूर्व से अलग ,अलग निवास कर रहे थे।

आवेदीका रूपाली जो की बेलमंडाई पंखा की निवासी है।जोकि श्रीमान अपर जिला सत्र न्यायाधीश आमला तपेश कुमार दुबे, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी आमला कुशांक अग्रवाल ,न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी अमला राहुल निरंकारी, न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय श्रेणी आमला सुश्री चारु व्यास एवं अधिवक्तागणों के आपसी प्रयासों से दोनों के मध्य हुए आपसी विवाद को समाप्त कर दोनों पक्ष ने राजी खुशी साथ साथ रहना स्वीकार किया और सौहार्दपूर्ण वातावरण में दोनों पक्ष को एक पेड़ भेंट कर रूपाली और उमेश एक साथ अपने ग्रस्त जीवन में रहने हेतु न्यायालय से रवाना हो गए ।
नेशनल लोक अदालत में सर्वाधिक प्रकरणों का निराकरण आज हुआ जिसमें श्रीमान जिलासत्र न्यायाधीश अमला श्री तपेश कुमार दुबे के न्यायालय में 46 लंबित प्रकरण का निराकरण हुआ ।

श्रीमान न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी खुशांक अग्रवाल आमला के न्यायालय में 26 प्रकरण एवं श्रीमान न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी अमला श्रीमान राहुल निरंकारी के न्यायालय में 18 प्रकरण एवं श्रीमान न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय श्रेणी सुश्री चारु व्यास के न्यायालय में 24 प्रकरण के साथ आयोजित नैशनल लोक अदालत में कुल 113 प्रकरण का निराकरण नेशनल लोक अदालत के माध्यम से हुआ ।