प्रेरणादाई है सामाजिक, समरसता का संदेश देती झांकी, मित्र मंडल आमला द्वारा सजाई झाकी की तहसीलदार ऋचा कौरव ने की सराहना

The tableau is inspiring and gives the message of social harmony. Tehsildar Richa Kaurav praised the tableau decorated by Mitra Mandal Amla.
हरिप्रसाद गोहे
आमला। शारदेय नवरात्रि एवं पावन दुर्गा पूजा के शुभ अवसर पर मित्र मंडल दुर्गा उत्सव समिति आमला द्वारा इस बार भी भव्य सुंदर आकर्षक झांकी का निर्माण किया गया था। जो नगर में आकर्षण का केंद्र रही मनमोहक झांकी देखने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे।आपको बतादे झांकी का भव्य शुभारंभ आमला तहसीलदार ऋचा जी कौरव के हस्ते किया गया था।इस मौके पर मित्र मंडल दुर्गा उत्सव समितिआमला द्वारा सामाजिक, समरसता,सद्भाव का संदेश देते हुए यह झांकी लोगो के लिए प्रेरणादाई है,मित्र मंडल समिति ने बताया हमारे ईश्वर ने स्वयं हर युग मे अपनेपन की अनुभूति के ताने को प्रेमभाव के बाने के साथ कितनी प्रगाढ़ता से बुना है,

इसी भाव को समझाते हुए आमला की मित्रमंडल दुर्गा उत्सव समिति द्वारा नवरात्रि के पावन अवसर पर भव्य व सामाजिक झांकी का निर्माण किया है। झांकी लोगो को आकर्षित कर रही है।झांकी को देखने डॉ योगेश पंडाग्रे विधायक आमला एवं श्रीमती मंजू पंडाग्रे भी पहुंची और उन्होंने इसकी प्रशंसा की। आयोजन समिति के देवेंद्र बंटी सागरे एवं पल्लव परसाई ने बताया कि झांकी के माध्यम से समिति ने सन्देश दिया है कि चाहे युग कोई भी हो लेकिन हमारे ईश्वर ने हमेशा कर्मो को प्रधानता दी है,ये जातियां तो हम इंसानों की बनाई हुई है। वार्ड क्रमांक 3 की मित्रमंडल समिति प्रतिवर्ष सामाजिक व समसामयिक मुद्दों पर झांकी निर्माण करती है, इसी क्रम में सनातन संस्कृति में कर्म के महत्व को इस वर्ष दर्शाया गया है। इस झांकी में समिति ने नरसिंह व प्रह्लाद, राम-शबरी, कृष्ण विदुर, रविदास महाराज जी व मठारदेव बाबा की मूर्तियां स्थापित कर “कर्म प्रधान विश्व करि राखा” का सन्देश दिया है।
समिति द्वारा पूर्व में महंगाई डायन, सर्जिकल स्ट्राइक, वीरपन्न-चन्दन तस्करी, रामसेतू, कोरोनाकाल में कोरोनावीरो के गुणगान पर झांकी निर्माण किया जा चुका है। देवी प्रतिमा के पास भी भव्य सजावट करते हुए समिति ने सतपुड़ा के घने जंगलों में माताजी को विराजमान किया है,

जहां सतत जलधार से वनराज माताजी के चरण प्रक्षालित कर रहे है।आयोजन समिति के युवा तनिष्क सागरे, भानू खरे, राज बघेले, आदित्य वर्मा, विजेश राठौर, अभिजीत चौहान, बाबू सागरे, चन्द्रशेखर सागरे, भुवन खरे, हर्षित खरे,अशोक वर्मा आदि की मेहनत से यह सार्थक झांकी बन सकी है।