अब युवाओं सृजन का समय आ गया राष्ट्र के जागरण का समय आ गया।
Now the time has come for youth to create, the time has come for the awakening of the nation.
- प्रान्तीय युवा चिंतन शिविर भोपाल
हरिप्रसाद गोहे
आमला । प्रांन्तीय चुवा चिंतन शिविर भोपाल में अखिल विश्व गायत्री परिवार युवा प्रकोष्ठ जिला बैतूल के सभी विकासखण्डों से लगभग 40 युवाओं और संगठन के लगभग 10 वरिष्ठ परिजन ने सम्मिलित होकर युवा प्रकोष्ठ द्वारा चलाई जा रही गतिविधीयों को गति देने का संकल्प लिया। शारदा विहार आवासीय परिसर भोपाल में तीन दिवसीय आवासीय प्रान्तीय युवा चिंतन शिविर भोपाल में अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा चलाये जा रहें सप्त सूत्रीय आंदोलनों को गति देने हेतु देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ चिन्मय पण्डया, प्रान्तीय समन्वय विवेक चौधरी, मध्यप्रदेश शासन के मुख्य मंत्री माननीय मोहन यादव, केन्द्रीय मंत्री दुर्गादास उईके, मोहन नागर, रामकृष्ण कुश्मुरियां समेंत शांतिकुंज के प्रतिनिधियों के साथ गहन विचार मंथन हुआ। इस अवसर पर मध्य जोन समन्वयक जगदीशचंद्र कुलमी ने युगनिर्माण सत्संकल्प का पाठ किया।

मध्यप्रदेश युवा प्रकोष्ठ के प्रान्तीय समन्वयक विवेक चौधरी ने युवा प्रकोष्ठ मध्यप्रदेश का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। डॉ चिन्मय पण्डया ने अपने उदबोधन में कहा कि जीवन की यात्रा हिमालय पर चढ़ने के समान है उन्होने बताया कि गुरूदेव आचार्य श्रीराम शर्मा जी द्वारा जन जन के मन में गायत्री महाशक्ति के ज्ञान की अलख जगाई। और वंदनीय माता भगवती देवी शर्मा और अखण्ड ज्योति के 100 वर्ष पूर्ण होने पर अखिल विश्व गायत्री परिवार जन्मशताब्दि समारोह के रूप में मना रहा है।उन्होने बताया कि गुरूदेव अपने हाथ से अखण्ड ज्योति लिखकर परिजनों में बांटतें थें। उन्होने युवाओं से तीन संकल्प लेकर जाने को कहा।

- आत्मवत सर्वभूतेषु ।
- जाति वंश सब एक समान ।
- भारत माता हमारी मां है।
उन्होने इन्ही बिन्दुओं की व्याख्या कर युवाओं से आग्रह किया कि वे इन तीन बिन्दुओं पर ध्यान देवें और अपने जीवन में उतारने का प्रयास करें।
मध्प्रदेश शासन के मुख्यमंत्री माननीय मोहन यादव जी ने अपने उदबोधन में कहा कि आजादी की लडाई से लेकर अब तक युवाओं का बड़ा योगदान रहा है। उन्हाने बताया कि हमने शिक्षा निति में अमूल चूल परिवर्तन किया और उन्होने गायत्री परिवार के द्वारा चलाये जा रहें अभियानों की प्रशंसा करतें हुए बताया कि आपने वैदिक सस्कृति को जनसुलभ किया और जन-जन तक मंत्रों के अर्थ समेंत उनके भावार्थ भी यजमानों को बताये।उन्होने बताया कि हमें समय की गणना वैदिक घड़ी के अनुसार की जानी चाहिए और वैदिक ज्ञान से प्रत्येक को लाभान्वित किया जाना चाहिए। उन्होने युवा चिंतन शिविर में युवाओं से कहा कि आपके पास युवाओं के उत्थान के लिए यदि कोई योजना हो तो वह हमारें साथ सांझा हम उसे राष्ट्र के उत्थान के लिए शासन की योजनाओं में स्थान देंगें। वहीं शांतिकुज हरिद्वार से आये डॉ चिन्मय पण्डया मध्यप्रदेश के 11 उपजोन के सभी जिलों के साथ समूह चर्चा में उनके द्वारा किये जा रहें रचनान्तमक कार्यक्रमों का प्रतिवेदन लिया और आगामी रचनान्तक गतिविधियों को जो आगामी वर्षो में चलाई जायेगी की जानकारी प्राप्त कर अपना मार्गदर्शन दिया।
इस कार्यक्रम में शांतिकुंज से मध्यजोन सह पभरी दीपचंद मालवी, जिला युवा प्रकोष्ठ प्रभारी अनूप वर्मा, बाल संस्सकार शाला प्रभारी अजय पंवार, जिला समन्वयक डॉ कैलाश वर्मा, जिला युवा समन्वयक निलेश कुमार मालवीय और युवा प्रकोष्ठ के 20 युवा भाई और 20 युवतियों की उपस्थिति में प्रथम दिवस के कार्यक्रम शांतिपाठ के साथ समाप्त हुआ।