कांग्रेस के गढ़ में भाजपा की हुंकार
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ग्वालियर/भिंड। कांग्रेस के अभेद किले के रूप में पहचान रखने वाली मध्य प्रदेश के भिंड जिले की लहार विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी का नाम घोषित होने के बाद से ही भाजपा कार्यकर्ता पूरे जोश में हुंकार भरते नजर आ रहे हैं। इस विधानसभा सीट पर मजबूत पकड़ रखने वाले कांग्रेस के दिग्गज नेता डॉ. गोविंद सिंह का विजय ध्वज कई वर्षों से लगातार बुलंद है। भारतीय जनता पार्टी ने लहार विधानसभा सीट पर बड़ा फेरबदल करते हुए 2018 चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी रहे पूर्व विधायक रसाल सिंह का टिकिट काटकर युवा नेता अमरीश शर्मा उर्फ गुड्डू को प्रत्याशी बनाया है।
आगामी विधानसभा चुनाव में भिंड जिले की सबसे हॉट सीट लहार विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने कांग्रेस का अभेद किला तोड़ने के लिए ब्राह्मण समाज के युवा नेता अम्बरीष शर्मा (गुड्डू) को चुनाव मैदान में उतारकर एक बड़ा दांव खेला है। अम्बरीष शर्मा को विधानसभा टिकिट मिलने के बाद भिंड प्रथम आगमन पर कार्यकर्ताओं ने उनका फूल मालाओं एवं ढोल नगाड़ों से स्वागत किया। लश्कर रोड पर उनके समर्थकों ने फलों से तोलकर उनका स्वागत किया। उसके बाद उनका काफ़िला देर शाम लहार पहुंचा। जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने जगह जगह उनका जोरदार स्वागत किया। अम्बरीष शर्मा को टिकिट मिलने से उनके समर्थकों में भारी उत्साह नजर आ रहा है। अब यह तो चुनाव परिणाम ही बताएगा कि अम्बरीष शर्मा कार्यकर्ताओं के उत्साह के साथ कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगाने में कामयाब होंगे या फिर इस सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता डॉ. गोविंद सिंह का दबदबा कायम रहेगा। इसके साथ ही देखने वाली बात तो यह भी है कि टिकिट काटे जाने से नाराज दिखाई दे रहे पूर्व विधायक रसाल सिंह को अम्बरीष शर्मा और भाजपा कैसे मैनेज करेंगे। क्योंकि अंदरखाने खबर यह भी है कि रसाल सिंह और उनके समर्थक भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति के फैंसले से नाराज हैं और बगावत करने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं चर्चा तो यह भी है कि रसाल सिंह किसी दूसरी पार्टी के टिकिट पर लहार विधानसभा चुनाव के मैदान में ताल ठोक सकते हैं।
डॉ. गोविंद सिंह ने बनाया कांग्रेस का गढ़
हम आपको बता दें कि लहार विधानसभा क्षेत्र जो कांग्रेस का अभेद किला माना जाता है यहां से नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह लगातार सात बार के विधायक है। जिनके सामने भाजपा ने अमरीश शर्मा को उतारा है।
लहार विधानसभा सीट मध्य प्रदेश की राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। इस सीट पर 1990 से लगातार कांग्रेस के गोविंद सिंह चुनाव जीतते आ रहे हैं। हालांकि, गोविंद सिंह पहला चुनाव जनता दल से लड़ा था। 7 बार विधानसभा चुनाव जीत चुके गोविंद मध्य प्रदेश कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण चेहरा बन गए हैं और लहार विधानसभा सीट सियासत के लिए हाई प्रोफाइल सीट बन गई है।
जातीय समीकरण और कुल वोटर
चुनाव आयोग के 2018 के आंकड़ों के मुताबिक, लहार विधासभा क्षेत्र में कुल वोटरों की संख्या करीब 2.44 लाख है। इसमें महिला वोटरों की संख्या करीब 1.09 लाख और करीब 1.34 पुरुष मतदाताओं की संख्या है। इस विधानसभा सीट पर जातीय समीकरण की बात करें तो यहां ठाकुर, ओबीसी और ब्राह्मण समाज निर्णायक स्थिती में हैं।
38 सालों से नहीं खुला BJP का खाता
साल विधायक पार्टी
2018 डॉ. गोविंद सिंह कांग्रेस
2013 डॉ. गोविंद सिंह कांग्रेस
2008 डॉ. गोविंद सिंह कांग्रेस
2003 डॉ. गोविंद सिंह कांग्रेस
1998 डॉ. गोविंद सिंह कांग्रेस
1993 डॉ. गोविंद सिंह कांग्रेस
1990 डॉ. गोविंद सिंह जनता दल
1985 मधुरा प्रसाद महंत भाजपा
आखिरी चुनाव के परिणाम
साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता डॉ. गोविंद सिंह ने भाजपा प्रत्याशी रसाल सिंह को 9,073 वोटों से हराया था। इस दौरान गोविंद सिंह को 62,113 और रसाल सिंह को 53,040 वोट मिले थे। जबकी भाजपा से बगावत कर बहुजन समाज पार्टी के टिकिट पर चुनाव लड़े अम्बरीश शर्मा 31 हजार मत लेकर तीसने नंबर पर रहे थे। इस बार भी कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी के रूप में डॉ. गोविंद सिंह का चुनावी मैदान में उतरना तय है। भाजपा ने युवा नेता अम्बरीष शर्मा (गुड्डू) को लहार से अपना प्रत्याशी घोषित किया है। उम्मीद की जा रही है कि पूर्व विधायक और भाजपा नेता रसाल सिंह यदि पार्टी से बगावत कर किसी और पार्टी के टिकिट पर मैदान में उतरते हैं तो यहां मुकाबला त्रिकोणीय होगा।