Women’s Day celebrated by honoring the women of the group
- महिलाओं के स्वाभिमान का पर्याय है अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस।
- क्षत्रिय लोणारी कुन्बी समाज महिला संगठन ने आयोजित किए कार्यक्रम।

हरिप्रसाद गोहे
आमला। महिलाएं अब पुरूषो की बराबरी के काफी सारे पायदान चढ़ चुकी है। चाहे राजनीतिक क्षेत्र हो या फिर आर्थिक और सामाजिक सभी मे महिलाएं अपने अस्तित्व को सुदृड़ करती जा रही है।

महिलाओं को आगे भी पूरी चेतना के साथ इस अस्तित्व को बरकरार रखना होगा। इन्ही प्रयासो को जीवित एवं सदृश्य रखनें के उद्देश्य से हम 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाते है। ये बाते क्षत्रिय लोणारी कुन्बी समाज संगठन महिला इकाई की अध्यक्ष मधुबाला धोटे ने महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। उन्होनें कहा कि आज विभिन्न समूहो के माध्यम से रोजगार से जुड़कर भी महिलाएं शसक्त हो रही है। समाज को ऐसी महिलाओं को सहयोग कर उन्हें आगे बढ़ाना चाहिए। संगठन की महिलाओं ने इस अवसर पर प्रतिष्ठा स्वसहायता समूह की महिलाओं को सम्मानित किया।

जबकि स्थानीय कन्या विद्यालय मे छात्राओं को भी अपने कर्तव्यों के साथ अधिकारो का भी पाठ पढ़ाया। संगठन की संध्या कवड़कर ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक कार्यो मे अपनी भागीदारी पूरी ताकत के साथ तय करना चाहिए।

जब वे आर्थिक रूप से मजबूत होंगी तो देश के विकास मे भी भागीदारी निभा पाएंगी। मनीषा चढ़ोकार ने कहा कि शिक्षा ही महिलाओं के विकास का शसक्त माध्यम है। इसलिए शिक्षा के क्षेत्र मे भी महिलाओं को और तेजी से आगे आना होगा।

कार्यक्रम मे मीना अड़लक, शशिकला डेंगे, वर्षा अड़लक, पायल सालोडे सहित अन्य ने इस अवसर पर सिविल अस्पताल मे मरीजो को फल बांटकर भी कार्यक्रम किया।