सशक्त नारी की परिकल्पना परिवार का अहम योगदान
Important contribution of family to the concept of strong women
हरिप्रसाद गोहे
आमला । आज न्यायालय परिसर में होने वाली नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ महिला न्यायाधीश रीना पिपलिया चारु व्यास श्रीमती सीमा भलावी श्रीमती निकिता सनोडीया महिला कर्मचारी महिला अधिवक्ता ने महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण कर और दीप प्रज्वलित किया ।
इस मौके पर अपने उद्बोधन में कहा की हमारी सफलता में सबसे जरूरी है शिक्षा परिवार के प्रत्येक सदस्य को चाहिए कि वह अपने घर में जन्म लेने वाली बेटियों को शिक्षित बनाएं शिक्षा ही वह अधिकार है जो सशक्त भारत सशक्त नारी सशक्त समाज की परिकल्पना को साकार करता है उक्त उदगार न्यायाधीश चारु व्यास ने सशक्त भारत के नव निर्माण में महिलाओं की भूमिका पर कार्यशाला में व्यक्त किए । उन्होंने कहा कि मेरी सफलता में मेरे पिता भाई शिक्षक पुरुष न्यायाधीश वकील समाज का वह सदस्य जिन्होंने मेरी सफलता में योगदान दिया उन सभी के योगदान को भी नकारा नहीं जा सकता उन्होंने कहा कि मन का भाव जरूरी होता है ।
हम अपने मन से सशक्त नारी की भूमिका को साकार करने के लिए प्रयास करें न्यायाधीश राकेश सनोडीया ने कहा कि स्त्री के सहयोग के बिना परिवार नौकरी समाज में सार्थक भूमिका निभाना संभव नहीं है । हमारे सनातन धर्म में गौरी शंकर राधा कृष्ण लक्ष्मी नारायण का संबोधन नारी शक्ति की भूमिका को सनातन काल से परिलक्षित कर रहा है । न्यायाधीश अतुल राज भलावी ने कहा कि आज न्यायालय परिसर में लोक अदालत में संपूर्ण कार्यवाही महिला शक्ति की ओर से संचलित की गई महिला न्यायाधीश स्टाफ वकील सभी ने मिलकर आज लोक अदालत को सफल बनाया इस अवसर पर बैतूल रेलवे स्टेशन पर एक महिला कुली की शादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली रेलवे पुलिस बल की आरक्षक फराह खान एवं थाना प्रभारी राजेश बनकर को अधिवक्ता संघ आमला की ओर से सम्मानित किया गया आज न्यायालय परिसर में न्यायाधीश राकेश सनोडीया और अतुल राज भलावी को उनकी पत्नी निकिता सनोडीया और सीमा भलावी की ओर से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया । कार्यक्रम में अधिवक्ता बैंक के कर्मचारी पक्षकार और बड़ी संख्या में समाजसेवा के क्षेत्र में काम करने वाले लोग मौजूद थे ।