जीतू पटवारी ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र, महिला अपराधों को लेकर मिलने का मांगा समय
Jitu Patwari wrote a letter to the President, asked for time to meet regarding crimes against women.
भोपाल। कांग्रेस मध्य प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मध्य प्रदेश में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों के संदर्भ में कांग्रेस पार्टी की महिला विधायकों के प्रतिनिधिमंडल के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से इंदौर में मिलने का समय मांगते हुए पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि राष्ट्रपति महिला सुरक्षा के मुद्दे को गंभीरता से लेंगी और प्रदेश की महिलाओं के लिए एक सार्थक चर्चा के लिए हमारा आवेदन स्वीकार करेंगी।
यह अकेली घटना नहीं है”
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने पत्र में लिखा कि बीते दिनों कोलकाता में डॉक्टर के बतात्कार और हत्या की सनसनीखेज वारदात के बाद आपके विचार पढ़े। मैं पूरी गहराई और गंभीरता से समझ सकता हूं कि आपका स्तब्ध मन इस निंदनीय कृत्य से कितना विचलित हुआ है। आपकी यह धारणा भी सच है कि “यह अकेली घटना नहीं है। यह महिलाओं के खिलाफ अपराध का एक हिस्सा है। कोई भी सभ्य समाज अपनी बेटियों और बहनों पर इस तरह के अत्याचारों की इजाजत नहीं दे सकता। देश के लोगों का गुस्सा जायज है, मैं भी गुस्से में हूं। जब भी मैं देश के किसी कोने में महितानों के खिलाफ अपराधों के बारे में सुनती हूं, तो मुझे मही पीड़ा होती है।”
महिला सुरक्षा-सम्मान से जुड़े आपके सरोकारों की मुक्त कंठ से प्रसंसा भी करता हूं
जीतू पटवारी ने आगे लिखा कि लोकतंत्र और संविधान की शीर्ष पंक्ति पर बैठे व्यक्ति के अंदर की यह संवेदनशीषता आंशिक राहत भी देती है कि महिला सुरक्षा और सम्मान के मुद्दे पर निर्भम होती जा रही व्यवस्था के बीच, कोई एक ऐसा है जो महिलाओं की सुरक्षा पर चिंता के साथ चिंतन भी कर रहा है। महोदया, मैं सर्वप्रथम मेरे मध्य प्रदेश की धरती पर आपका हृदय से स्वागत करता हूं और महिला सुरक्षा-सम्मान से जुड़े आपके सरोकारों की मुक्त कंठ से प्रसंसा भी करता हूं।
मध्य प्रदेश महिला उत्पीड़न की अनेक और अलग-अलग श्रेणियों में सबसे आगे
मैं आपके संज्ञान में यह भी लाना चाहता हूं कि मध्य प्रदेश में भी महिला उत्पीड़न चिंताजनक स्थिति में पहुंच चुका है। मेरे प्रदेश में गरीब, दलित और आदिवासी महिलाओं से जुड़े अपराध देश में सबसे ज्यादा है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) प्रतिवर्ष जो आंकड़े जारी करता है, मध्य प्रदेश महिला उत्पीड़न की अनेक और अलग-अलग श्रेणियों में सबसे आगे रहता है।