भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर की एक बड़ी इच्छा नहीं हुई पूरी, प्रदेश सरकार ने नहीं दिया महत्व
A big wish of Bhopal MP Pragya Singh Thakur was not fulfilled, the state government did not give it importance.
- सुलतानिया अस्पताल के खाली हुए भवन में सरकारी कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च फाउंडेशन खोलने का प्रयास पूरा नहीं हो पाया
- केंद्र व प्रदेश सरकार को प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया था
भोपाल। भोपाल की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर की इच्छा थी कि राजधानी में एक सरकारी कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च फाउंडेशन अलग से बने, जिससे पूरे प्रदेश के लोगों को लाभ मिल सके। क्योंकि अभी तक इसके लिए कोई सरकारी अस्पताल स्वतंत्र रूप से नहीं बनाए जैसे दूसरे निजी या संस्था के अस्पताल हैं। इसके लिए उन्होंने प्रयास भी किए। बकायदा उन्होंने राज्य सरकार को एक प्रस्ताव भी भेजा था, लेकिन सरकार ने उस पर गंभीरता से विचार नहीं किया, जिस कारण उनकी इच्छा पूरी नहीं हो सकी। इस सपने पर उनकी ही पार्टी की राज्य सरकार ने विराम लगाने की बात सामने आ रही है।
एम्स या हमीदिया में इलाज तो मिलता है, लेकिन अलग से सरकारी अस्पताल नहीं हैए जिससे लोगों को मुंबई के टाटा या भोपाल के एक संस्थागत अस्पताल जाना पड़ता है। यहां खर्चा इतना ज्यादा है कि आदमी पूरी तरह से अपना सब कुछ बेचने को मजबूर हो जाता है।
भोपाल के डॉ यशवंत राव धवले के अनुसार सुल्तानिया जनाना अस्पताल को हमीदिया में शिफ्ट किया गया है, अगर सुल्तानिया को कैंसर अस्पताल के लिए चयनित किया जाता है तो यह अस्पताल मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु पूरे भारत वर्ष के ग्रामीण क्षेत्रए शहरी क्षेत्रों एवम अन्य लोगों की भी सेवा की जा सकती है।
ज्ञान और आर्थिक ताकत की कमी के कारण कैंसर के निदान और उपचार के लिए प्रौद्योगिकियों और उन्नत सुविधाओं से वंचित हैं। कैंसर अनुसंधान में उन्नत और अद्यतन तौर, तरीके बढ़ाए जा सकते थे। इस संबंध में सांसद ने प्रदेश व सरकार को भी प्रस्ताव भेज दिया था। प्रदेश सरकार इसमें निर्णय लेती तो आगे का काम केंद्र के माध्यम से सांसद द्वारा करवाया जा सकता था।