44 लाख की लागत से कन्या छात्रावास की गुणवत्ताहीन दीवार का निर्माण, भ्रष्टाचार के लेप से हो रहा था, कलेक्टर हुए नाराज.
A substandard wall of a girls’ hostel, constructed at a cost of 4.4 million, was being built with corruption involved, leading to the displeasure of the collector.
कटनी। सरकारी निर्माण में भी भ्रष्टाचार की बू उस समय आई जब विकासखण्ड बड़वारा के खितौली स्थित सुभाष चन्द्र बोस कन्या छात्रावास के निर्माणाधीन, गुणवत्ताहीन बाउन्ड्रीवाल को गिराकर नये सिरे से बनाया जायेगा। इसके लिए शुक्रवार की सुबह से ही घटिया किस्म की ईंटो से निर्मित बाउंड्री वॉल को गिराने का काम शुरू हो गया है।
बताते चलें कि कलेक्टर अवि प्रसाद ने गुरूवार को अपने भ्रमण के दौरान छात्रावास परिसर की सुरक्षा के लिए करीब 44 लाख रूपये की लागत से निर्माणाधीन बाउन्ड्रीवाल के निरीक्षण के बाद इसमें खराब गुणवत्ता की ईटों का प्रयोग पाये जाने पर 30 मीटर लंबी और 1.2 मीटर ऊंची निर्माणाधीन बाउन्ड्रीवॉल को ध्वस्त कर नवीन बाउन्ड्रीवाल बनाने के निर्देश दिए थे।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने गुरुवार को मौके पर पहुंचकर सीमेंट निर्मित ईट की गुणवत्ता परखा। ईंट को ऊपर से स्वयं जमीन पर गिराकर ईंट की गुणवत्ता को देखा। ईंट जमीन पर पहुंचते ही टूट गई और प्रथम दृष्टया ही गुणवत्ताहीन पाई गई। इस पर कलेक्टर श्री प्रसाद ने पी.आई.यू के स्थानीय उपयंत्री अंकित राठोर द्वारा कार्य के नियमित पर्यवेक्षण न किये जाने पर गहन नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्माण कार्य के सतत् निगरानी और पर्यवेक्षण के निर्देश दिए थे।
उन्होंने हिदायत दी थी की निर्माण कार्य की गुणवत्ता से समझौता बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। स्थल पर मौजूद निर्माण एजेंसी परियोजना क्रियान्वयन ईकाई के कार्यपालन यंत्री एन.के.पोनीकर को भी निर्देशित किया था कि अच्छी गुणवत्तायुक्त ईटों से बाउन्ड्रीवाल का नये सिरे से निर्माण कराया जाये वे स्वयं भी बाउन्ड्रीवाल निर्माण कार्य की निगरानी करें।