ब्रह्माकुमारीज की द्वादश ज्योतिर्लिंग यात्रा से शिवमय हुआ आमला
Amla became Shiva-like due to Brahma Kumaris’ Dwadash Jyotirlinga Yatra.
- शिवरात्रि के पावन अवसर पर शिव भक्तों ने किए ज्योतिर्लिंग दर्शन ।
- यात्रा के द्वारा दिया गया परमात्म अवतरण का संदेश ।
हरिप्रसाद गोहे
आमला । अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त ब्रह्माकुमारीज के स्थानीय सेवा केंद्र द्वारा मंगलवार आमला नगर में विशाल एवं भव्य द्वादश ज्योतिर्लिंग यात्रा का आयोजन किया गया । ब्रह्माकुमारीज के अनुयायियों द्वारा ब्रह्माकुमारीज केंद्र पर शिव ध्वज फहराकर शिवरात्रि पर्व मनाया बाद यात्रा निकाली गई । इस यात्रा के द्वारा इस धरा पर परमात्मा शिव के अवतरण का दिव्य संदेश दिया गया ।
यात्रा के द्वारा बताया गया कि कलयुग रूपी घोर रात्रि के समय परमात्मा शिव का इस धरा पर अवतरण होता है और वह अज्ञानता के अंधकार को मिटाकर हमारे जीवन में ज्ञान प्रकाश से दिव्य गुण लाते हैं और जब मनुष्य गुणवान बन जाता है तो नई सतयुगी सृष्टि , स्वर्ग की सृष्टि में जाने की वह पात्रता धारण कर लेता है अर्थात मानव ही देव मानव बन जाता है देवता बन जाता है तथा परमात्मा इस पुरानी कलयुग की दुनिया को परिवर्तन कर नई सतयुग की दुनिया लाते हैं। ब्रह्मा कुमारीज ने इस यात्रा के द्वारा सभी का आह्वान किया है की इस सृष्टि पर अवतरित हो चुके परमात्मा को पहचान कर वे भी अपने संस्कारों के परिवर्तन से संसार परिवर्तन के इस देवी कार्य में सहयोगी बने और अपने जीवन को सुखी और समृद्ध बनाएं ।
द्वादश ज्योतिर्लिंग का रथ बनाकर हुआ नगर भ्रमण ।
यात्रा में परमात्मा शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग को रथ पर सजाकर सारे नगर का भ्रमण कराया गया। द्वादश ज्योतिर्लिंग में महाकालेश्वर, त्रयंबकेश्वर, घृष्णेश्वर, विश्वनाथ, बैद्यनाथ, रामेश्वरम, सोमनाथ,मल्लिकार्जुन आदि 12 ज्योतिर्लिंग को सजाकर यात्रा निकाली गई। इस यात्रा से आमला निवासी सभी शिव भक्तों ने बाबा भोलेनाथ के 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन किए। यात्रा का नगर के विभिन्न स्थानों पर भव्य स्वागत भी हुआ। यात्रा ब्रह्माकुमारी की सेवा केंद्र से निकलकर शहर के मुख्य स्थान से होते हुए पुनः ब्रह्माकुमारी केंद्र पहुंची। यात्रा ने बोड़खी की और आमला के मुख्य मार्ग का भ्रमण किया तथा भक्तों को शिव बाबा के दर्शन कराए।
मनाई 88वी त्रिमूर्ति शिव जयंती
सारनी से पधारी बी के सुनीता दीदी ने बताया कि परमात्मा शिव को इस धरा पर अवतरित हुए 88 वर्ष हो चुके है। वे साधारण मानव ब्रह्मा तन का आधार लेकर श्रृष्टि परिवर्तन का कार्य कर रहे है। निकट भविष्य में शीघ्र ही स्वर्गिक सृष्टि की स्थापना होने वाली है। इसके लिए परमात्मा हमे राजयोग सीखा रहे है। वही आमला सेवाकेंद्र संचालिका बी के हेमलता बहन ने बताया की ब्रह्माकुमारीज के सेवाकेंद्र पर निशुल्क राजयोग प्रशिक्षण दिया जाता हैं जिसे कोई भी व्यक्ति आके सिख सकता है ।