मतदान के पहले भाजपा के पक्ष में माहौल।
The atmosphere in favor of BJP before voting.

कांग्रेस को पछाड़कर सत्ता के करीब पहुंची भाजपा। सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने से जनता प्रभावित।
उदित नारायण
भोपाल। मध्यपदेश में 17 नवंबर को होने वाले मतदान के पहले भाजपा कांग्रेस को पछाड़कर सत्ता के करीब पहुंच चुकी है। दीपावली के बाद उत्पन्न हुए सकारात्मक बदलाव को भाजपा के पक्ष में देखा जा रहा है। दिवाली के पहले तक भाजपा कहीं न कहीं सत्ता से दूर दिखाई दे रही थी लेकिन अब भाजपा सत्ता के करीब पहुंच चुकी है। भाजपा ने चुनाव प्रचार में एक साथ सभी बड़े नेताओं को एक के बाद एक चुनावी सभा में उतार दिया। जिससे कहीं न कहीं भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने का काम किया है। दिवाली के पहले लाडली बहनों के खाते में 1250 रुपए आ जाने से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रति भी लाडली बहनों का विश्वास और अधिक मजबूत हुआ है। जिसे अंडर करेंट के तौर पर देखा जा रहा है। यदि पांचवी बार फिर भाजपा की सरकार बनती है तो इसका श्रेय पीएम मोदी के साथ शिवराज सिंह चौहान को भी जायेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मध्य प्रदेश में फिर से सत्ता हासिल करने के लिए सबसे अधिक सभाएं की हैं। चुनावी सभा के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जे. पी.नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल, अनुराग ठाकुर,स्मृति ईरानी, निर्मला सीतारमन, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित तमाम बड़े नेताओं की चुनावी सभाएं हुई जिसने भाजपा को सत्ता के करीब पहुंचाया है। जिसकी वजह से प्रचार प्रसार में भाजपा कांग्रेस से आगे रही। साथ ही अखबारी विज्ञापन के साथ सोशल मीडिया पर भी विज्ञापन में भाजपा कांग्रेस से आगे दिखाई दी।
बूथ मैनेजमेंट में भी भाजपा आगे
यदि बात की जाए बूथ मैनेजमेंट की तो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की रणनीति भी सफल होती दिखाई दे रही है। एक तरफ जहां कांग्रेस में बूथ स्तर पर पर्याप्त तैयारी का अभाव दिख रहा है वही भाजपा आगे दिखाई दे रही है। प्रदेश में भाजपा के पास 44 लाख से अधिक कार्यकर्ताओं की फ़ौज है। जिसमे पन्ना प्रभारी, हाफ पन्ना प्रभारी तक शामिल हैं। पूरे चुनाव के दौरान वीडी शर्मा चुनावी सभाओं से दूर रहकर बूथ लेबल मीटिंग पर केंद्रित रहे। यदि भाजपा की सरकार बनती है तो यह भी एक सफल रणनीति साबित होगी।




केंद्र की इन योजनाओं का भाजपा को मिलेगा लाभ
विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने भले ही राष्ट्रीय मुद्दे उतार दिए हों लेकिन मध्य प्रदेश के मतदाताओं में प्रधानमंत्री आवास योजना और और आयुष्मान भारत योजना का भी गहरा प्रभाव देखने को मिल रहा है। 9000 रुपए महीने की मासिक आय वाले व्यक्ति के लिए महंगाई के इस दौर में स्वयं का घर बनाना किसी सपने से कम नहीं है। जिसे केंद्र की प्रधान मंत्री आवास योजना ने पूरा करने का काम किया है। पीएम मोदी की दूरगामी सोंच का परिणाम है कि गांव गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पात्र हितग्राहियों को पक्के आवास मिले हैं। शासकीय आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में लगभग 44 लाख लोगों को पक्के आवास मिले है। इसके अलावा आयुष्मान भारत योजना के तहत 3 करोड़ से अधिक लोगों के आयुष्मान कार्ड बने हैं। जिससे 5 लाख रुपए तक के निशुल्क उपचार का कवच मिला है। वर्तमान में दौर में सगे रिश्तेदार भी बीमारी के दौरान उपचार के लिए आर्थिक मदद नहीं करते ऐसे में सरकार ने 5 लाख रुपए का सुरक्षा कवच प्रदान किया है। इससे भी लोगों के बीच भाजपा के प्रति विश्वास मजबूत हुआ है। जिसका फायदा आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिल सकता है।