भारत दर्शन: ताज महल घूमने से पहले जाने कहां कहां घूमे सम्पूर्ण यात्रा विडियो के माध्यम से
Bharat Darshan: Know where you should go before visiting Taj Mahal through complete travel video
पौराणिक मान्यताओं के आधार पर लोग मानते हैं कि ताजमहल से पहले यहां बहुत ही पुराना शिव मंदिर हुआ करता था। इसमें एक ऐसा प्राकृतिक शिवलिंग था जहां पर अपने आप पानी रिसता था और अभी भी वहां से पानी गिर रहा है। इस प्रकार की मान्यता आसपास के लोगों के द्वारा मानी जाती है। ताजमहल में नीचे की तरफ भी कई मीटर की दूरी पर विभिन्न कमरों का निर्माण किया गया था। इन्हें हम गुप्त कमरे भी कह सकते हैं, लेकिन अभी तक इस बात का पता नहीं लगाया गया कि इन कमरों का निर्माण क्यों किया गया था और इनका इस्तेमाल किसलिए किया जाता था। भारत सरकार ने ताजमहल के ऐसे सभी गुप्त दरवाजे बंद कर दिए हैं जिनका अभी तक कोई ठिकाना ही नहीं है कि ये कहां तक जाते हैं और कहां खुलते हैं…
इसके अंदर कमरे हैं भारत में कई ऐसे ऐतिहासिक भवन बनाए गए हैं जो किसी न किसी घटना या प्रेम कहानी का प्रतीक हैं। सम्राट शाहजहां बेगम मुमताज को इतना प्यार करता था कि उसकी मृत्यु के बाद उसने अपना होश-हवास खो बैठा और खाना-पीना भी छोड़ दिया। वह मुमताज़ की मृत्यु से इस कदर पागल सा हो गया कि उसने यह निर्णय लिया कि वह मुमताज़ की यादों को भूलने नहीं देगा और उसने किले के ही सामने यमुना नदी के किनारे ताजमहल का निर्माण करने का आदेश दिया। आज भी ताजमहल का रहस्य एक ऐसा रहस्य है जो पूरी तरह से अभी तक उजागर नहीं हुआ है। अर्थात यहां पर ताजमहल के बारे में पूर्णता किसी को ज्ञात नहीं है कि ताजमहल के बहुत से दरवाजे ऐसे हैं यह भी पता नहीं है कि यह दरवाजे कहां खुलते हैं। ताजमहल में ऐसी सुरंग बनी हुई है, जिन्हें अब बंद कर दिया गया है। यहां तक कि भारत सरकार ने भी आदेश दे दिया कि ताजमहल पर कोई भी रिसर्च नहीं करेगा तथा इसके अंदर के सभी दरवाजे तथा रास्ते बंद कर दिए गए। इनमें से ताजमहल के कुछ अद्भुत रहस्य हैं खास दरवाजा। ताजमहल में ऐसे कई दरवाजे हैं जिन्हें किसी न किसी मकसद से बनाया गया था। इसी में से एक है खास दरवाजा। ताजमहल में हमेशा शाहजहां इसी दरवाजे से प्रवेश किया करता था। यह दरवाजा यमुना नदी के किनारे ताजमहल से थोड़ी दूर स्थित है जहां पर नाव के द्वारा जाया जाता है।