बुजोर्गो का सम्मान कर मनाया फादर्स डे,लगाया एक पौधा पिता के नाम ।

Celebrated Father’s Day by respecting the elders, planted a tree in the name of father.
एक वृक्ष बिना किसी अपेक्षा के जीवन भर छाव देता है ,उसी तरह पिता भी अपने पूरे जीवन में परिवार के लिए अडिग खड़ा रहता हैं ( संयोजक डाक्टर संदीप गोहे )
हरिप्रसाद गोहे
आमला/बैतूल । फ़ादर्स डे के अवसर पर सामाजिक संगठन सेव इंडिया फैमिली बैतूल (एसआईएफ बैतूल) द्वारा यहां स्थित मातोश्री वृद्धाश्रम में पिता के नाम एक पौधा कार्यक्रम आयोजित कर वृद्धजनों का सम्मान किया गया, इस अवसर पर वृद्धजनों के साथ मिलकर केक काटा गया, वही उनके सम्मान में पौधा रोपण भी किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत वृद्धजनों को फूलमालाएं पहनाकर और सम्मान देकर की गई। इज दौरान वृद्धजनों के साथ मिलकर केक काटा गया और उन्हें प्रेमपूर्वक भोजन भी कराया गया। आयोजन का उद्देश्य उन वृद्ध पुरुषों को सम्मान देना था, जिन्होंने अपने जीवन का संपूर्ण योगदान परिवार और समाज के लिए दिया, लेकिन आज उपेक्षा का जीवन जीने को विवश हैं। पौधा रोपण के जरिए इन पिताओं को श्रद्धांजलि दी गई, जो जीवनभर परिवार के लिए त्याग और छांव की मिसाल बने रहे।

कार्यक्रम के संयोजक डॉ. संदीप गोहे ने बताया कि एसआईएफ बैतूल इस आयोजन को हर वर्ष करता है, लेकिन इस बार पौधा रोपण को विशेष महत्व दिया गया। उन्होंने कहा कि जैसे एक वृक्ष बिना किसी अपेक्षा के जीवनभर छांव देता है, वैसे ही एक पिता भी अपने पूरे जीवन में परिवार के लिए अडिग खड़ा रहता है। समाज को अब पुरुषों की भावनाओं को भी समझना होगा।

इस आयोजन में चंद्रप्रकाश झारे, राजेश उपराले, रूपेश पवार, संचित सोनी, अभिषेक वाल्मीकि, विजय साहू, दिलीप पुआर और देवी प्रसाद मालवीय ने सक्रिय भूमिका निभाई। कार्यक्रम को लेकर स्थानीय स्तर पर काफी सराहना मिली। उपस्थित लोगों ने इसे समाज के लिए एक नई मिसाल और प्रेरणा बताया, जिससे यह संदेश जाता है कि पितृत्व भी पूजनीय है और हर पिता अपने जीवन में वटवृक्ष की तरह होता है, जो बिना किसी अपेक्षा के जीवनभर देता ही रहता है।
