MP : राजपूत समाज के शस्त्र पूजन कार्यक्रम में पहुंचे सीएम शिवराज का विरोध, हंगामा
भोपाल। भोपाल में राजपूत समाज के शस्त्र पूजन कार्यक्रम में शामिल होने गए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को विरोध का सामना करना पड़ा। कार्यक्रम के दौरान एक व्यक्ति सीएम से बात करने के लिए मंच की ओर जाने लगा तो पुलिस और वहां मौजूद लोगों ने उसे रोक लिया। युवक का कहना है कि उपचुनाव में सीएम को हमारे वोट की चिंता सताने लगी है। मैंने अपनी बात रखनी चाही तो उन लोगों ने बाहर कर मुझे बाथरूम में बंद कर दिया।
कार्यक्रम लगातार विरोध को देखते हुए शिवराज ने सभा को संबोधित किया और यहां से निकल गए। हालांकि उन्होंने मंच से कहा कि उनका आज यहां आने का कार्यक्रम नहीं था, लेकिन आपके बुलावे पर आया हूं, उन्हें और भी कई जगह पर जाना है।
मनोहर रघुवंशी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने 2018 के चुनाव में कहा था कि उन्हें सामान्य वर्ग का वोट नहीं चाहिए। अब उपचुनाव में स्मारक बनाने की बात कह रहे हैं। अब इन्हें चुनाव में हार का डर सता रहा है। इसलिए वोट मांगने आए हैं। मैंने इसका विरोध किया तो पुलिस और अन्य लोगों ने मेरे साथ झूमाझटकी की। वे पकड़कर मुझे साइड में ले गए और बाथरूम में बंद कर दिया।
सीएम ने रानी पद्मावती स्मारक बनाने का वादा किया
मुख्यमंत्री ने मंच से कहा कि पद्मावती पर बनी विवादास्पद फिल्म पर बैन लगने वाला एमपी पहला राज्य था। 2018 में हमने तय किया था कि भोपाल में रानी पद्मावती का एक स्मारक बनाया जाएगा। मनुआभान टेकरी पर इसके लिए जमीन आरक्षित कर दी थी। लेकिन उसके बाद चुनाव आ गए और चुनाव के बाद मैं मुख्यमंत्री नहीं रहा। अब पांच दिन पहले मैंने उस जमीन को फिर से दिखवाया है। वहां पद्मावती का भव्य स्मारक बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पद्मावती फिल्म के विरोध के दौरान क्षत्रिय समाज के लोगों पर लगे सभी केस वापस लिए जाएंगे। अगले साल से रानी पद्मावती को पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जायगा। महाराणा प्रताप शौर्य पुरस्कार और रानी पद्मावती के नाम पर भी 2 लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा।