किसान और जंगली जानवरों का संघर्ष: नील गाय और सूअरों को मारना चाहते हैं किसान
Conflict between farmers and wild animals: Farmers want to kill Nilgai and pigs
मालवा क्षेत्र के किसान घोड़ा रोज(नीलगाय) व जंगली सुअरों से काफी परेशान हैं। ये जंगली जानवर फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि घोड़ा रोज और सूअर जिस खेत में घुसते हैं, वहां की सारी फसल को खाकर और रौंदकर नष्ट कर देते हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने इस समस्या को लेकर बड़े आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है। किसानों का कहना है कि घोड़ा रोज और सुअरों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ये जानवर खेत में लगी फसलों को बर्बाद कर रहे है।
किसानों पर रोज हमला
मालवांचल के किसानों का कहना है कि घोड़ा रोज कई बार खेत में काम करते समय किसानों पर भी हमला कर देते हैं और कई बार रोड पर निकलने वाले राहगीरों को भी इनका शिकार होना पड़ता है। इसके बावजूद कोई ठोस रणनीति नहीं बनाई जा रही। किसानों का कहना है कि घोड़ा रोज को मारने की अनुमति दी जानी चाहिए या फिर इसे जंगल के अंदर रखने का कोई प्रबंध होना चाहिए।
नियमों के सरलीकरण की मांग
वन विभाग ने इन्हें मारने की अनुमति देने राज्य सरकार को एक प्रस्ताव बनाकर भेजा है। इसमें नियमों का सरलीकरण करने के लिए कहा गया है, जिसके तहत किसानों को घोड़ा रोज़ और जंगली सूअर मारने के लिए लाइसेंस दिया जा सकेगा परंतु लंबे समय बाद भी कोई ठोस रणनीति नहीं बनाई गई।
इधर, संयुक्त किसान मोर्चा के रामस्वरूप मंत्री, बबलू जाधव ने मांग की है कि घोड़ा रोज को समूल नष्ट करने के लिए सरकार ने युद्ध स्तर पर कार्यवाही नहीं की तो संयुक्त किसान मोर्चा बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होगा।