Crowds gathered at Rateda Dev Baba ground to watch the tribal Dandar competition.
- रोमांचक मुकाबले में मोहन ढाना डंडार मंडल ने जीता प्रथम पुरस्कार।
- दर्जन भर से अधिक मंडलों ने लिया था प्रतियोगिता में भाग।
- जय सेवा मंडल रातेडा के बैनर तले हुआ आयोजन ।
हरिप्रसाद गोहे
आमला/रतेड़ा। आमला ब्लॉक मुख्यालय से महज कुछ दूरी पर बसा ग्राम रतेड़ा आदिवासी बाहुल्य ग्राम सोमवार देर रात तक पारंपरिक लोक गीतों से गुंजायमान रहा। बतादे ग्राम रतेडा स्थित रतेड़ा देव स्थल मैदान पर जय सेवा आदिवासी मंडल के बैनर तले एक दिवसीय आदिवासी लोकनृत्य संगीत मय डंडार प्रतियोगिता का आयोजन आयोजित किया गया था।

कार्यक्रम का उद्देश्य पारंपरिक आदिवासी गीत संगीत एवं लोक नृत्य परंपरा को सामाजिक स्तर पर बढ़ावा देना था।

समिति के संयोजक अर्जुन उईके ने बताया सोमवार यहां संगीतमय आदिवासी डंडार प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। जिसे देखने बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंचे थे। प्रतियोगिता में क्षेत्र की जय सेवा डंडार मंडल देव पिपरिया, जय पड़ापेन शक्ति मंडल नरेरा, राजा मदन शाह मंडल मंगारा, राजा दलपत शाह डंडार मंडल बारंगवाड़ी, जय भोले डंडार मंडल मोहन ढाणा की मंडलों ने पहुंचकर शानदार प्रस्तुतियां देकर उपस्थित जानों का मनोरंजन किया ।
अंतिम मुकाबले में बरंगवाड़ी एवं मोहन ढाना मंडल के बीच जबरदस्त रोमांचकारी मुकाबला चला जिसमें जय भोले डंडार मंडल की प्रस्तुति को दर्शकों ने सराहा जिन्हें समिति द्वारा प्रथम पुरस्कार वहीं राजा दलपत शाह डंडार मंडल को द्वितीय पुरस्कार दिया गया। वहीं अन्य मंडलों को भी समिति की और से सांत्वना पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का समापन देर रात प्रसाद वितरण कर किया गया।
