शराब दुकान बंद होने के पहले उमड़ी भीड़, 48 घंटे के लिए सील.
Crowds surged before the closure of liquor shops, sealed for 48 hours.
मतदान के दिन छह बजे खुलेंगी दुकान, आबकारी की टीम तीन शिफ्टों में रखेगी अवैध शराब की बिक्री पर नजर
Manish Trivedi
भोपाल। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आबकारी अमले ने जिले की सभी 87 शराब दुकानों को बुधवार शाम 5 बजे सील कर दी गई। गुुरुवार को ये दुकानें पूरी तरह बंद रहेगी और शुक्रवार शाम पांच बजे या मतदान समाप्ति के बाद ही खुलेंगी। बुधवार को इन दुकानों पर भीड़ उमड़ी। इधर, आबकारी अमले ने इन शराब दुकानों के अलावा जिलेभर में अवैध रूप से बिकने वाली शराब की निगरानी भी बढ़ा दी है। यह टीम अगले तीन दिनों तक पूरे 24 घंटे तीन शिफ्टों में तैनात रहेगी। इन तीन दिनों में शराब का 9 करोड़ से ज्यादा का कारोबार प्रभावित होगा। इनमें सरकार का रेवेन्यू (लाइसेंसी फीस) 6.54 लाख रुपए शामिल है।
कलेक्टर आशीष सिंह ने बुधवार शाम 6 बजे से 17 नवंबर को मतदान समाप्ति तक (48 घंटे के लिए)जिले में ड्राई डे घोषित किया है। इसी तरह 3 दिसंबर को मतगणना वाले पूरे दिन यह प्रतिबंध लागू रहेगा। जिले में शराब की 87 शराब दुकानें है। इन दुकानों का साल भर का शराब ठेका 798 करोड़ रुपए में गया है। इस हिसाब से सरकार को रोजाना की लाइसेंसी फीस (रेवेन्यू) 2.18 करोड़ रुपए मिलती है। दुकानदारों को इसकी लागत डेढ़ गुना पड़ती है। इस तरह हर दिन तीन करोड़ रुपए की शराब का कारोबार होता है। तीन दिन के हिसाब से यह राशि करीब 9 करोड़ रुपए होती है।
अलग-अलग टीम तीन शिफ्टों में तैनात :
सहायक आबकारी आयुक्त दीपम रायचुरा ने बताया कि अवैध शराब की बिक्री की निगरानी जिले की सभी शराब दुकानें बुधवार शाम सील कर दी गई। अब यह शुक्रवार को मतदान समाप्ति के बाद खुलेंगी। इन दुकानों के अलावा जिले में अवैध शराब की बिक्री पर नजर रखने के लिए आबकारी की अलग-अलग टीम तीन शिफ्टों में तैनात रहेगी।