6 दिसंबर और जुमे की नमाज पर ड्रोन से निगरानी, संभल-मुरादाबाद से लेकर मेरठ-बागपत तक अलर्ट
अयोध्या/ संभल
आज बाबरी विध्वंस की 32वीं बरसी है. साथ ही जुमे की नमाज भी है. संभल हिंसा के बाद जुमे की नमाज को लेकर पूरे प्रदेश को हाई अलर्ट में रखा गया है. अयोध्या, मथुरा-काशी के अलावा संभल और सहारनपुर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है. संभल में जुमे की नमाज पर ड्रोन से निगरानी रखी जाएगी. संभल की शाही जामा मस्जिद में दोपहर डेढ़ बजे नमाज अदा की जाएगी. पीएसी की 10 कंपनी तैनात की गई है. जामा मस्जिद के आसपास इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
दो दिन पहले राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संभल हिंसा को लेकर जरूरी समीक्षा के निर्देश दिए थे. सीएम ने सख्ती से कहा था कि चाहे कोई भी दिन हो, कैसे भी हालात हों किसी तरह का बवाल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने राज्य पुलिस को निर्देश दिया था कि वे बबालियों से सख्ती से निपटें. इस बीच राज्य के सभी धार्मिक और सार्वजनिक प्रतिष्ठानों पर भी विशेष सतर्कता बरतने को का गया है.
मुरादाबाद में संवेदनशील इलाकों पर खास नजर
सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद मुरादाबाद में भी पुलिस सभी वाहनों की चेकिंग की जा रही है. चौराहे पर पीएसी की फोर्स तैनात की गई है. मुरादाबाद में देर रात्रि भी चेकिंग चलती रही. मथुरा में डीएम ने सभी अधिकारियों को अलर्ट पर रहने को कहा है. संवेदनशील इलाके पर खासकर नजर रखने को कहा गया है; मथुरा में एक हजार अतिरिक्त पुलिस फोर्स बुलाई गई है. मऊ जिला प्रशासन भी सतर्क है. लोगों को घरों में और मस्जिद में जुमे की नमाज अदा करने को कहा है. ड्रोन कैमरे से निगरानी की जाएगी.
संभल में धर्मगुरुओं से शांति बनाए रखने की अपील
संभल के एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि जुमे की नमाज और छह दिसंबर को लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट है. जामा मस्जिद के पास और शहर में जगह-जगह पुलिस, पीएसी, आरएएफ व आरआरएफ तैनात कर दी है. दोनों समुदाय के जिम्मेदार लोग और धर्मगुरुओं के साथ बैठक कर शांति बनाए रखने की अपील की गई. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों से अपील की गई है कि वह जुमा नमाज अपने क्षेत्र की मस्जिदों में ही अदा करें. जिले में धारा 163 लागू है, इसलिए भीड़ एकत्र नहीं की जा सकती है. किसी भी अफवाह पर ध्यान नहीं देना है.
बाबर के युग की एक और मस्जिद पर विवाद
संभल जिला एसपी कृष्णा कुमार बिश्नोई ने 6 दिसंबर को लेकर जिले में अलर्ट जारी किया था. असल में यहां भी बाबर युग में बनी शाही जामा मस्जिद को लेकर विवाद शुरू हो गया है, जिसको लेकर बीते दिनों जिले में हिंसा भी हुई. यही वजह है कि प्रशासन को यहां हाई-अलर्ट पर रखा गया है.
इनके अलावा आज जुमा भी है और हिंसक घटनाओं के बाद से प्रत्येक जुमे के दिन इस जिले को अलर्ट पर रखा जाता है. इनके अलावा राज्य के अन्य जिलों में भी सिक्योरिटी टाइट रखी जाती ैहै, ताकि किसी तरह का कोई विरोध-प्रदर्शन न हो सके.
संभल में आरएएफ-पीएसी की तैनाती
6 दिसंबर की तैयारियों के बारे में एसपी ने कहा, "संभल जिला पूरी तरह से तैयार है. आरएएफ की एक कंपनी, पीएसी की 9 कंपनियां और अतिरिक्त आरआरएफ कर्मियों को तैनात किया गया है. यह सुनिश्चित करने के लिए कि दिन शांतिपूर्ण तरीके से गुजरे, पुलिस हर कोने पर तैनात रहेगी."
मथुरा में एक हजार पुलिसकर्मी तैनात
उत्तर प्रदेश के मथुरा में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है. यहां शाही ईदगाह को लेकर विवाद है, जहां हिंदू संगठनों ने जलाभिषेक की अपील की है. इसके लिए यहां आसपास कहा जा रहा है कि एक हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. बाबरी मस्जिद का विध्वंस दिवस भी है और इसके लिए भी सुरक्षा टाइट की गई है. पुलिस अधिकारी पैदल गश्त कर रहे हैं और एसटीएफ से लेकर एलआईयू तक अलर्ट मोड में हैं.
मथुरा शहर के एसपी अरविंद कुमार का कहना है, "हमने इलाके को 4 जोन में बांटा है. संवेदनशील जगहों पर बैरिकेडिंग की गई है. ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है. जो लोग नियमों का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी…"