शिक्षा अनेक से किंतु दीक्षा एक से ही प्राप्त होती है: मुनिश्री विनत सागर जी

Education is received from many but initiation is received from only one: Munishri Vinat Sagar Ji
हरिप्रसाद गोहे
आमला। पर्व और त्यौहार दोनों के अलग ही रूप है पर्व जहां त्याग,उपासना,तपस्या का रूप है वहीं त्यौहार उमंग और उल्लास को प्रदर्शित करता है।शिक्षा हम कई गुरुओं से प्राप्त कर सकते है किंतु दीक्षा हमे केवल एक ही गुरु से प्राप्त होती है।उक्त आशय के विचार मुनिश्री 108 विनत सागर जी महाराज ने आज अपने प्रवचन में व्यक्त किए । आमला की धरा आज पावन हो गई सकल दिगंबर जैन समाज आमला के पुण्य स्मरण से उच्चाराणाचार्य वर्षायोग 2025 के अंतर्गत परमपूज्य मुनिश्री 108 विनत सागर जी का चातुर्मास आमला में प्रारंभ हुआ।इसी संदर्भ में आमला के जैन समाज के संत निवास पर भव्य आयोजन किया गया जिसमें परमपूज्य मुनिश्री 108 विनत सागर जी के साथ श्रमण श्री 108 विश्ववद्सागर जी मुनिराज की उपस्थित में यह महाआयोजन हो रहा है। हमारे आस्था के केंद्र हमारे आस्था के हिमालय आचार्य विनम्र सागर जी के आशीर्वाद से और मुनिश्री विनत सागर जी के सानिध्य में यह पावन पुण्य चातुर्मास का आयोजन हो रहा है।परमपूज्य श्री 108 विनत सागर जी का यह चौथा स्वतंत्र चातुर्मास है पहला चातुर्मास मथुरा,दूसरा चातुर्मास ललितपुर,तीसरा चातुर्मास खंडवा तथा चौथा चातुर्मास आमला में सम्पन्न हो रहा है।साथ ही दो चातुर्मास आचार्य श्री के सानिध्य में इनके द्वारा सम्पन्न हुए थे
आज सम्पन्न हुए कार्यक्रम में मंगलाचरण में समाज के बच्चों ने भावविभोर होकर सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।चित्र अनावरण एवं दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम प्रारम्भ हुए।तत्पश्चात सभी ने पाद प्रक्षालन कर मुनिश्री का आशीर्वाद लिया।शास्त्र भेंट कर लोग धन्य हुए।आचार्य परम्परा का अर्घ्य,आचार्य विराटसागरजी आचार्य विशुद्ध सागर जी का पुण्य पूजन किया।गुरुपूजन गुरु भक्ति के अंतर्गत मुनिराज जी को अर्घ्य दिया तथा समाज के सभी वर्ग वरिष्ठ जन,युवा वर्ग,महिला,बच्चे,बेटियों ने बड़े ही मनोभाव से झूमते हुए भक्तिपूर्ण भाव से मुनिश्री के चरणों में वंदना की। उल्लेखनीय है कि आज मुनिश्री 108 विनत सागर जी का अवतरण दिवस भी है तथा गुरुपूर्णिमा भी आज है यह सुखद संयोग भी सभी को भावविभोर कर रहा था, सभी ने सुंदर सुंदर गीत भी गाए ।
मुनिश्री का संबोधन सभी ने श्रवण किया।कार्यक्रम के अंत में सकल जैन समाज आमला के अध्यक्ष ने सभी के प्रति आभार प्रकट किय।
अगले चार मास तक हमें मुनिश्री जी का सानिध्य और आशीर्वाद प्राप्त होगा।कार्यक्रम को समाज के लोगों ने भी संबोधित किया ।