नलखेड़ा तहसीलदार प्रियंक श्रीवास्तव ने थामी कमान, देर रात तक चल रहा मुआवज़ा तैयार करने का काम

Farmers may receive a bell of relief on Dhanteras! Nalkheda Tehsildar Priyank Srivastava is in charge, and the work of preparing compensation continues late into the night.
- धनतेरस पर किसानों के खातों में बज सकती है राहत की घंटी
चंदा कुशवाह ( संवाददाता )
नलखेड़ा ! आगर मालवा ज़िले के नलखेड़ा से राहत भरी खबर लंबे इंतज़ार के बाद किसानों को इस धनतेरस पर मुआवज़े की सौगात मिल सकती है। जब ज़िले को मुआवज़े की सूची से वंचित रखा गया और किसानों में नाराज़गी बढ़ी, तब नलखेड़ा तहसीलदार प्रियंक श्रीवास्तव ने खुद मोर्चा संभाला।
सूत्रों के अनुसार, तहसील कार्यालय में बीते कई दिनों से तहसीलदार श्रीवास्तव, नायब तहसीलदार अरुण चंद्रवंशी और राजस्व निरीक्षक डिंपल उइके लगातार काम में जुटे हुए हैं। तीनों अधिकारी देर रात तक दफ़्तर में रहकर मुआवज़ा सूची की जांच, सत्यापन और बिल तैयार कराने का काम कर रहे हैं, ताकि हर पात्र किसान तक राहत राशि समय पर पहुंच सके।
राजस्व निरीक्षक डिंपल उइके द्वारा एक-एक गांव के प्रकरण की बारीकी से जांच की जा रही है, जिससे कोई भी पात्र किसान मुआवज़े से वंचित न रह जाए।एक पटवारी ने बताया कि “तहसीलदार साहब हर सूची खुद देख रहे हैं, कहीं कोई गलती न रह जाए इसके लिए रोज़ मॉनिटरिंग हो रही है। उनका लक्ष्य साफ़ है — धनतेरस पर किसानों के खातों में मुआवज़ा पहुंचना चाहिए।”
कर्मचारियों का कहना है कि “अगर यह काम पहले शुरू होता तो हम भी परिवार के साथ दीवाली मना पाते, लेकिन अब किसानों की मुस्कान ही हमारी दीवाली है।”
नलखेड़ा तहसील प्रशासन की यह कार्यशैली पूरे जिले के लिए मिसाल बन गई है — जब बाकी जगह फाइलें अटकी रहीं, नलखेड़ा में अधिकारी और कर्मचारी दिन-रात डटे हुए हैं।