मुरैना में रेत माफिया के बीच गैंगवार, आधी रात चंबल नदी किनारे हुई अंधाधुंध फायरिंग
Gang war between sand mafia in Morena, indiscriminate firing on the banks of Chambal river at midnight
अवैध रेत के दर्जनों ट्रैक्टरों पर आधी रात को फायरिंग हो गई. गनीमत रही कि फायरिंग में कोई जनहानि नहीं हुई. लेकिन गोली लगने से ट्रैक्टर ट्रॉली के कुछ टायर फट गए. गोली बारी के बाद आरोपी फरार हो गए और वाहनों को भी छुड़ा ले गए चंबल अंचल के मुरैना में अवैध रेत माफिया को शासन-प्रशासन का भय नहीं रहा है. शायद यही कारण है कि चंबल नदी को लगातार रेत माफिया खोखला कर रहे हैं. माफिया की भूख इतनी बढ़ गई है कि अब एक दूसरे के वर्चस्व को लेकर ही गैंगवार हो रही है.
ताजा मामला कैलारस थाना क्षेत्र के खेराकलां गांव का है. जहां अवैध रेत के दर्जनों ट्रैक्टरों पर आधी रात को फायरिंग हो गई. गनीमत रही कि फायरिंग में कोई जनहानि नहीं हुई. लेकिन गोली लगने से ट्रैक्टर ट्रॉली के कुछ टायर फट गए. गोली बारी के बाद आरोपी फरार हो गए और वाहनों को भी छुड़ा ले गए. मौके पर पहुंची सिर्फ़ हाथ मलती रह गई.
हाई कोर्ट ने लगाई है चंबल नदी में रेत उत्खनन पर रोक
साल 2007 से हाईकोर्ट ग्वालियर न्यायालय ने चंबल में घड़ियाल व जलीय जीवों की सुरक्षा के मद्देनजर चंबल नदी में रेत उत्खनन पर पूर्णत रोक लगा दी थी. लेकिन सफेदपोश राजनीतिक संरक्षण के चलते रेत माफिया के लोग आज भी चंबल नदी को छलनी कर रहे हैं. शासन – प्रशासन भी बौना साबित हो रहा है. इस माफिया ने कई बार प्रशासनिक टीम पर हमले भी किए तो कई कर्मचारियों की हत्या भी रेत माफिया की ओर से की गई लेकिन आज तक इसे रोक पाने में शासन-प्रशासन नाकाम साबित हुआ है.
इनका कहना:-
खेराकलां गांव में फायरिंग की घटना को पुलिस क़बूल रही है. लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया है. जब इस संबंध में संबंधित थाना प्रभारी सोनपाल सिंह तोमर से फोन पर चर्चा की तो उन्होंने मामला दर्ज न होने की बात कही. उनका कहना था कि जब कोई फ़रियादी नहीं आया तो फिर मामला दर्ज कैसे करें?