वन परिक्षेत्र में अवैध रेता उत्खनन पर अंकुश लगाए, श्री रहमान खान
Illegal sand mining should be curbed in the forest area, Shri Rahman Khan
वन भूमि में बेखौफ चल रहा रेत का अवैध उत्खनन, राजस्व की नाकामी 1500 के टोकन पर चल रहे, ट्रैक्टर ट्राली, रेता अवैध उत्खनन की गाथा अवैध उत्खनन से वनो को भारी नुकसान, सारणी वन परिक्षेत्र की दिलेरी
डॉ जाकिर शेख
सारणी । जिला प्रशासन एवं राजस्व विभाग की दिलेरी यह तो हमने पिछले अंक में दर्शाया था, कि किस तरह से रेत माफिया पर मेहरबान है, जिससे वन परिक्षेत्र सारणी अछूता नहीं, जोकि देखते बनता है, किस तरह से नदियों को छलनी करने का कार्य बेखौफ रेत माफिया एवं उनके ग्रुर्ग द्वारा किया जा रहा है, जो कि सारणी वन विभाग, व मायनिंग के साथ ही जिला प्रशासन को सरेरहा मुंह चीढाता हुआ देखा जा सकता है… जिस कारण क्षेत्र वासियों को निर्माण कार्य के लिए रेत माफिया के द्वारा लगाए गए मनमाने दाम में रेत खरीदने के लिए विवश होना पड़ रहा है, सारणी घोड़ा डोंगरी राजस्व विभाग एवं सारणी पुलिस के नाक के नीचे से वन परिक्षेत्र अधिकारी सारणी के मिली भगत के चलते, रेत माफिया द्वारा नदी को छलणी करने का कार्य बड़े ही अजीबोगरीब अंदाज में चल रहा है… क्षेत्र वासियों के अनुसार खनिज विभाग, सारणी पुलिस एवं वन परिक्षेत्र अधिकारियों की देन के चलते रेत माफिया के हौसले बुलंद है, “न प्रशासन का डर है न क्षेत्रीय वासीयो का खौफ” वन परिक्षेत्र मे रेत माफिया के आतंक को देख, नदियों को छलनी होता देखते हुए, क्षेत्र के वरिष्ठ पत्रकार एवं श्रमजीवी संघ के संभागीय अध्यक्ष श्री रहमान खान ने जिला नव नवागत कलेक्टर एवं जिला मायनिंग अधिकारी को ज्ञापन के माध्यम से वन परिक्षेत्र सारणी का नुकसान एवं अवैध रेत उत्खनन पर दंडात्मक कार्यवाही करते हुए अंकुश लगाने की मांग की है… प्राप्त जानकारी के अनुसार लोनिया, खैरवानी ग्राम की वन भूमि की नदी से रेत निकालने का कार्य धड़ल्ले से चल रहा है… वन भूमि से रेत के उत्खनन से आसपास के वनों को भारी नुकसान पहुंच रहा है… रेत का बड़े पैमाने पर अवैध रेत उत्खनन के पश्चात रेत का भंडारण कर छिंदवाड़ा एवं बैतूल जिले में डंपरों के माध्यम से चोपना की रॉयल्टी पर बेचा जा रहा है… इस मामले को लेकर मध्य प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के संभागीय अध्यक्ष ने जिला कलेक्टर एवं खनिज अधिकारी से मुलाकात कर कार्यवाही की मांग की है….बताया जाता है कि लोनिया एवं खैरवानी नदी रेत खदान आवंटित हुई है, परंतु रेत ठेकेदार ने बीते साल भी रायल्टी नही ली थी, इस साल भी नए रेत ठेकेदार ने रॉयल्टी लिए बगैर रेत का अवैध उत्खनन वन भूमि से शुरू कर दिया है…रेत का खनन वन क्षेत्र के बीच नदी से किया जा रहा है..वन विभाग के स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत से रेत खनन का कार्य किया जाता है…इतना ही नहीं खनिज विभाग में कार्यरत कुछ कर्मचारी मुखबिरी का काम भी करते हैं, रेत माफियो को कारवाही से पहले ही सूचना मिल जाती है… जिसकी वजह से रेत माफिया चौकन्ने होकर ट्रैक्टर ट्राली एवं डंपर लेकर फरार हो जाते हैं.. बताया जाता है, कि ट्रैक्टर ट्राली से टोकन याने डब्ल्यूआर के नाम पर 1500 रूपये वसूले जा रहे, जिसकी वजह से मंहगे दाम पर रेत बिक रही, लोनिया एवं खेरवानी से 20 से 25 ट्रैक्टर ट्राली रेत की ढुलाई कर रहे है… रेत सारनी, पाथाखेड़ा के आसपास 3500 से 4000 में बेची जा रही है… खैरवानी ग्राम से अवैध रूप से निकाली गई रेत, नगर पालिका क्षेत्र के वार्डो में ट्रैक्टरों के माध्यम से जगह जगह पहुंचाई जाती है… खैरवानी से अवैध रेत ट्रैक्टर से लाते हुए वन विभाग, पुलिस थाना सारनी पड़ता है, लेकिन जिम्मेदारों की नजर अवैध उत्खनन एवं परिवहन कार्य करने वालों पर नहीं जाती है, वन क्षेत्र की नदियों से लगातार उत्खनन करने से वन परिक्षेत्र अधिकारी सारणी के चलते वनों को भारी नुकसान पहुंच रहा है वन परिक्षेत्र अधिकारी सारणी काट रहे हैं चांदी, बेच रहे हैं बालू के नाम पर असली सोना..