आमला : रेल्वे यूनियन मान्यता चुनाव की बढ़ी सरगर्मियां ।
Increased enthusiasm for railway union recognition elections.
- युवाओं को प्रोत्साहित करने वचनबद्ध नेशनल रेल्वे मजदूर यूनियन ।
- कामरेड वेणु पी नायर के मार्गदर्शन में मान्यता चुनाव में झोंकी ताकत ।
- रेल कामगारों के बीच पहुंच कर रहे अपील ।
हरिप्रसाद गोहे
आमला । जैसे जैसे रेल्वे यूनियन मान्यता चुनाव की तारीख नजदीक आ रही वैसे वैसे यूनियन संगठनों ने मतदाताओं को रिझाने ताकत झोकना शुरू कर दिया है। कोई नुक्कड़ सभा लेकर रेल कामगारों से अपनी यूनियन के पक्ष में मतदान करने अपील कर रहा तो कोई रेल कामगारों के कार्यस्थल पहुंच यूनियन की उपलब्धि बता अपने पक्ष में मतदान करने कामगारों से अपील कर रहा है। गोरतलब हो की नागपुर मंडल में प्रमुख रूप से नैशनल रेल्वे मजदूर यूनियन एवं सेंट्रल रेल्वे मजदूर यूनियन के बीच आमने सामने का रोचक मुकाबला देखा जाता रहा है बहरहाल दोनो ही मजदूर यूनियन अपने अपने झंडे के बैनरतले रेल कामगारों से अपने, अपने पक्ष में मतदान करने अपील कर रहे हैं । आगामी दिनों में देखना होगा की कामगारों ने किस यूनियन का दिया साथ किसको मिलेंगी रेल यूनियन की मान्यता जिसका अभी करना होंगा इंतजार।
आपको बतादे यूनियन मान्यता चुनाव क्रमशः 4,5,6 दिसंबर को सेक्शन वाइस होना है वहीं मतों की गणना एवं परिणामों की घोषणा नागपुर मंडल स्तर पर पूर्ण होंगी।
नेशनल रेल्वे यूनियन ने झोंकी ताकत
नार्थ साईड चुनाव प्रभारी कामरेड राजेश आर रावत से प्राप्त जानकारी अनुसार नेशनल रेल्वे मजदूर यूनियन कोंकण रेलवे के महामंत्री कॉमरेड वेणु पी.नायर एवं नागपूर मंडल परिषद के विचारों से प्रभावित होकर कल शाम कॉमरेड दीपक बालाजी परतेती सिनियर सेक्शन इंजीनियर वर्धा जो कि पांढुरना के रहवासी हैं, कॉमरेड दीपक बालाजी परतेती के नेशनल रेल्वे मजदूर यूनियन से जुड़ने से युवा वर्ग को सीधा और साफ़ इशारा जाता हैं कि युवाओं का सम्मान और युवा वर्ग को प्रोत्साहित करने के लिए नेशनल रेल्वे मजदूर यूनियन वचन बद्ध हैं और मान्यता चुनाव प्रभारी(नॉर्थ) साइड कॉमरेड राजेश आर रावत, युवाओं के लिए ताज़ा उदाहरण हैं अपने पुराने अनुभवों से सभी समस्याओं का हल… नेशनल रेल्वे मजदूर यूनियन,सभी रेल कर्मचारीयों के हित के लिए कई कॉमरेडो ने कितना बलिदान दिया संघर्ष किया हैं,जो आज हम सब हर्ष पूर्ण जीवन जी रहे…
एक रेल एक यूनियन…
एक रेल नेक यूनियन…
समस्याओं का समाधान ने.रे.म.यू.
नहीं चाहिए अनेक यूनियन…
इंकलाब जिंदाबाद जिंदाबाद