कैलाश विजयवर्गीय को मिली कमलनाथ का गढ़ भेदने की जिम्मेदारी
Kailash Vijayvargiya got the responsibility of breaching Kamal Nath’s stronghold.
बीजेपी ने कैलाश विजयवर्गीय को कमलनाथ का गढ़ भेदने की जिम्मेदारी दी है. इसी जिम्मेदारी के तहत विजयवर्गीय आज से छिंदवाड़ा के तीन दिवसीय दौरे पर रहेंगे.

भोपाल ! हरियाणा, पश्चिम बंगाल के चुनाव प्रभारी रहे कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) की नजर अब कमलनाथ के अभेद गढ़ छिंदवाड़ा पर है. भारतीय जनता पार्टी ने कैलाश विजयवर्गीय को महाकौशल क्लस्टर प्रभारी बनाया है. विजयवर्गीय आज (19 मार्च) से तीन दिन छिंदवाड़ा के प्रवास पर रहेंगे. इस दौरान वह कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे.
मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा लोकसभा सीट बीते 72 साल से (एक साल छोड़ कर) कांग्रेस का गढ़ बनी हुई है. कांग्रेस के इस अभेद किले को भेदने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने तमाम तरह की कोशिश कर ली, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. साल 1980 से छिंदवाड़ा सीट पर कमलनाथ परिवार का कब्जा चला रहा है. हालांकि, 1998 में उपचुनाव में बीजेपी के सुंदरलाल पटवा ने यहां कमलनाथ को हराया था और एक साल के लिए सांसद चुने गए थे.
विजयवर्गीय भेदेंगे कांग्रेस का अभेद्य किला?
इसके बाद फिर से इस सीट पर कमलनाथ परिवार ही काबित होता आ रहा है. वर्तमान में भी कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ यहां से सांसद हैं, जबकि अब फिर से कांग्रेस ने नकुलनाथ को ही अपना प्रत्याशी बनाया है. बीजेपी में कैलाश विजयवर्गीय संकटमोचक के रूप में काम संभालते नजर आ रहे हैं. कैलाश विजयवर्गीय को बीजेपी ऐसे प्रदेशों में भेजती आ रही है, जो कहीं न कहीं बीजेपी के प्रभाव वाले नहीं हैं.
विजयवर्गीय को इससे पहले पश्चिम बंगाल का प्रभारी बनाया गया था. यहां पहली बार बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया और विधानसभा चुनाव में उनकी सीटें बढ़ी. इसी तरह विजयवर्गीय को हरियाणा का प्रभारी बनाया गया था. अब बीजेपी ने विजयवर्गीय को कमलनाथ का गढ़ भेदने की जिम्मेदारी दी है. इसी जिम्मेदारी के तहत विजयवर्गीय आज से छिंदवाड़ा के तीन दिवसीय दौरे पर रहेंगे. इस दौरान वह बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे.