MP : जबलपुर में अपहृत बालक की ह्त्या, फिरौती भी वसूली
जबलपुर. जबलपुर के धन्वन्तरी नगर इलाके से अपहृत बालक ने मुख्य अपहरणकर्ता को पहचान लिया था . पहचान उजागर होने के डर से तीनों अपहरणकर्ताओं ने उसकी हत्या कर लाश नहर में फेंक दी. हत्या के बाद भी अपहरणकर्ताओं ने आदित्य के परिवार से फिरौती की रकम ली थी. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. अपहरण और हत्या का यह मामला 15 अक्टूबर की शाम का है. कारोबारी मुकेश लांबा का 13 बरस का बेटा आदित्य किराना दुकान गया था. यहीं से आरोपियों ने बच्चे का अपहरण कर लिया था. दरअसल मुख्य आरोपी राहुल विश्वकर्मा उर्फ मोनू मुकेश लांबा के परिवार को अच्छी तरह से जानता था.
पैसों की तंगी और कर्ज के चलते मोनू ने अपने दो साथी मलय राय और करण जग्गी के साथ एक महीने पहले ही मुकेश लांबा के बेटे आदित्य के अपहरण की साजिश रची थी. इसके लिए मुकेश लांबा के घर की रेकी भी की गई. फिर मौका पाकर 15 अक्टूबर की शाम तीनों आरोपियों ने आदित्य लांबा का अपहरण कर लिया और उसके परिजनों से फोन कर दो करोड़ रुपये की फिरौती मांगी. पुलिस अधीक्षक के मुताबिक, मुख्य आरोपी राहुल विश्वकर्मा मोबाइल की दुकान पर पहले काम कर चुका है और अपहरण करने की योजना का मास्टरमाइंड है. उसने अपनी लोकेशन लगातार बदली और पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करता रहा.