जंगल में गये आग बुझाने वनपाल कूसरे की मौत होने पर वन विभाग प्रभारी ने दिया शहीद का दर्जा
On the death of Forester Kusare who had gone to extinguish the fire in the forest
On the death of Forester Kusare who had gone to extinguish the fire in the forest, the forest department in-charge gave him the status of martyr.
- 25 लाख की आर्थिक सहायता भी दी
भोपाल। डिंडोरी वन मण्डल के अंतर्गत शाहपुरा परिक्षेत्र में पदस्थ प्रभारी वनपाल राजेंद्र कुसरे की मौत हो गई। सीएफ जबलपुर कमल अरोरा और प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ दिलीप कुमार के प्रयास पर वन विभाग ने कुसरे की मौत को शहीद मान लिया है। इसके साथ ही शहीद कुसरे के परिजन को 25 लाख की आर्थिक सहायता दी है।
उल्लेखनीय है कि डिंडोरी वनमण्डल के अंतर्गत शाहपुरा रेंज के बैढ़न बीट के कक्ष क्र 117 जंगल में आग लग गई थी। कुसरे 1 मई की अपने अन्य सहयोगी स्टॉफ के साथ आग बुझाने गए थे। सारी रात आग बुझाने के बाद सुबह उनकी तबियत ठीक नहीं थी। 2 मई 24 सुबह 10 बजे अचानक तबियत ज्यादा खराब होने पर उन्हें जिला चिकित्सालय डिंडोरी में भर्ती कराया गया। जिसमें डॉक्टर द्वारा हाई ब्लड प्रेशर और लकवा के लक्षण प्रतीत होने की बात कही और उन्हें जबलपुर रेफर कर दिया। उसके पश्चात परिजनों और स्टॉफ की मदद से जबलपुर ले जाया गया, जहां डॉक्टर द्वारा मस्तिष्क में खून का थक्का जमने की जानकारी दी तथा ऑपरेशन करने बात कही। तबियत में सुधार न होता देख नागपुर इलाज हेतु ले जाया गया जहाँ इलाज के दौरान रविवार को राजेंद्र कुसरे का निधन हो गया।