अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में केन्द्रीय जेल जबलपुर में जेल स्टाफ एवं बंदियों द्वारा किया गया योग
On the occasion of International Yoga Day

On the occasion of International Yoga Day
On the occasion of International Yoga Day, Yoga was performed by Jail Staff and Prisoners in Central Jail Jabalpur
जितेन्द्र श्रीवास्तव ( विशेष संवाददाता )
जबलपुर ! आज केन्द्रीय जेल जबलपुर के सुभाष वार्ड प्रांगण में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य पर जेल अधीक्षक श्री अखिलेश तोमर के मार्गदर्शन एवं जेल उप अधीक्षक श्री मदन कमलेश व श्रीमती रूपाली मिश्रा के पर्यवेक्षण में बाहर से आए गणमान्य श्री वेदांत कर्महे एवं आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के प्रशिक्षकों द्वारा जेल स्टाफ एवं बंदियों को योगाभ्यास, सूर्यनमस्कार एवं प्राणायाम कराया गया।
कार्यकम की रूपरेखा एवं मंच संचालन श्रीमती सरिता घारू, कल्याण अधिकारी महोदय द्वारा किया गया। इस कार्यकम का उद्देश्य बंदियों का शारीरिक, मानसिक विकास करने के साथ-साथ योग की महत्ता को समझाना था।

केन्द्रीय जेल जबलपुर में 500 से अधिक बंदियों द्वारा सुभाष वार्ड के साथ-साथ जेल की बैरकों में योगाभ्यास किया गया। श्री वेदांत कर्महे जी, द्वारा जेल स्टाफ एवं बंदियों को विभिन्न योगासनों को करने के नियम एवं होने वाले लाभ के बारे में भी अवगत कराया गया। उनके द्वारा अवगत कराया गया कि नियमित योगासन करने से शरीर तो पुष्ट होता ही है साथ ही यह उच्च रक्तचाप एवं हृदय गति को भी नियंत्रित करता है।
इस कार्यकम में आर्ट ऑफ लिविंग संस्था से वरिष्ठ प्रशिक्षक श्रीमती अरूणा सरीन, डॉ. विजय चक्रवर्ती जी एवं अन्य प्रशिक्षकों द्वारा श्वांस को नियंत्रित करने एवं मन को एकाग्र करने की विभिन्न विधियों पर भी प्रकाश डाला गया, साथ ही ध्यान योग एवं सुदर्शन किया का भी अभ्यास कराया गया।

कार्यक्रम के समापन पर जेल अधीक्षक श्री अखिलेश तोमर जी ने अपने वक्तव्य में सुभाष वार्ड प्रांगण में उपस्थित सभी जेल स्टॉफ एवं बंदियों को अवगत कराया कि योग ऐसी कला है, जिससे जटिल से जटिल रोगों को दूर किया जा सकता है और स्वस्थ जीवन को जिया जा सकता है। नियमित योगासन करना तो आवश्यक है ही, साथ ही योग को सही मुद्रा में किया जाना भी उतना ही आवश्यक है। हमें योग से होने वाले लाभ को महसूस करने के लिए प्रतिदिन योग को उसकी सही मुद्रा में करना चाहिए।