अटल जन्म शताब्दी पर जैविक खेती को बढ़ावा: दमोह में जैविक खाद इकाई का शुभारंभ
Promotion of organic farming on Atal’s birth centenary: Inauguration of organic fertilizer unit in Damoh
विशेष रिपोर्ट – उदित नारायण (संपादक)
भोपाल ! organic farming Atal’s birth जी की जन्म शताब्दी के अवसर पर 25 दिसंबर 2024 को दमोह के बटियागढ़ में एलसीबी फर्टिलाइजर्स द्वारा जैविक खाद उत्पादन इकाई का शुभारंभ किया गया। इस परियोजना का उद्देश्य किसानों को पर्यावरण के अनुकूल और सस्ती जैविक खाद उपलब्ध कराना है, ताकि उनकी फसल की गुणवत्ता में सुधार हो सके और मिट्टी की उर्वरता बनी रहे। जैविक खाद के उपयोग से किसानों को बेहतर उपज मिलेगी, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ग्राम विकास एवं पंचायती राज मंत्री माननीय प्रहलाद पटेल जी ने कहा कि यह पहल न केवल किसानों की समस्याओं का समाधान करेगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाएगी।
इस परियोजना में Express e-Connect Private Limited जैसी प्रतिष्ठित फर्मों ने भी अपना सक्रिय सहयोग दिया है। ये फर्म तकनीकी विशेषज्ञता प्रदान करने के साथ-साथ उत्पादन और वितरण नेटवर्क को मजबूत करने में भी अहम भूमिका निभाती हैं। Express e-Connect Private Limited ने किसानों तक जैविक खाद की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए उन्नत लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चैन सिस्टम लागू किया है। इसके साथ ही, ये फर्म किसानों को जैविक खेती के महत्व और इसके दीर्घकालिक लाभों के बारे में शिक्षित करने के लिए विशेष अभियान चला रही हैं। इस प्रकार, यह परियोजना केवल एक उत्पादन इकाई तक सीमित नहीं है, बल्कि किसानों को आधुनिक और टिकाऊ खेती के तरीकों से जोड़ने का एक माध्यम भी है।
स्थानीय किसानों में इस पहल को लेकर काफी उत्साह है। उद्घाटन समारोह में बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया और इस नई इकाई के प्रति सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। किसानों का मानना है कि जैविक खाद के उपयोग से उनकी फसल की गुणवत्ता में सुधार होगा और बाजार में उनकी उपज को बेहतर मूल्य मिलेगा। इसके साथ ही, यह पहल ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगी। जैविक खेती के इस बढ़ते चलन से पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि यह रसायनों के अत्यधिक उपयोग को कम करता है।
भविष्य में एलसीबी फर्टिलाइजर्स और Express e-Connect Private Limited जैसी कंपनियों ने अन्य स्थानों पर भी ऐसी इकाइयां स्थापित करने और किसानों को बेहतर सुविधाएं देने का संकल्प लिया है। इस पहल को क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर किसानों की समस्याओं का समाधान करने और कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है।