उपार्जन संबंधी अनियमितताओं पर, देर रात निगरानी पर निकला अमला, धान चोरी पकड़ी.
Late-night surveillance was initiated on irregularities related to procurement, leading to the apprehension of rice thieves
उपार्जन संबंधी अनियमितताओं पर, देर रात निगरानी पर निकला अमला
बालाघाट। कलेक्टर ड़ॉ. गिरीश कुमार मिश्रा के निर्देशन में जिले में धान उपार्जन सम्बन्धी सूचना के आधार पर जांच कर धान चोरी का खुलासा किया गया है।
खाद्य निरीक्षक श्री सुनील किरार ने बताया कि बुधवार देर शाम को धान परिवहन में चोरी की सूचना सामने आयी थी। सूचना के आधार पर एसडीएम वारासिवनी सुश्री कामिनी ठाकुर के नेतृत्व में राजस्व, खाद्य और मंडी अमले ने मौका स्थल पर पहुँच कर जाँच की। जांच में पाया गया कि विपणन संघ बालाघाट से अनुबंधित परिवहनकर्ता कामाख्या इंटरप्राइजेज द्वारा वारासिवनी सेक्टर एवं मेसर्स राजेश अग्रवाल द्वारा सेक्टर किरनापुर, लांजी का शासकीय धान परिवहन का कार्य किया जाता है। परिवहनकर्ताओं द्वारा शासकीय धान के परिवहन में अनियमितता पायी गई। मौके पर प्रकरण तैयार किया गया। इस जांच के बाद 14 बोरी धान को उपार्जन केंद्र प्रभारी खापा की अभिरक्षा में दिया गया।
परिवहन के दौरान सड़क के किनारे फेंक जाते थे
जांच के दौरान सूचना के आधार पर दल ने मौके पर सड़क के किनारे झाड़ियो एवं खेतो में खरीफ उपार्जन वर्ष 2023- 24 के स्टेंसिल लगे धान से भरे बारदाने पाये। बारदानो में नीले रंग के धागे से सिलाई एवं उपार्जन केन्द्रों की पर्चिया लगी पायी गयी, जिसमे 2 बोरिया उपार्जन केंद्र बोरगांव किन्ही (किरनापुर), 6 बोरिया उपार्जन केंद्र गर्रा (वारासिवनी), 6 बोरिया उपार्जन केंद्र मिरिया (लांजी) की पायी गयी। मौके पर उपार्जन केन्द्रों से संपर्क करने पर पाया गया कि उपार्जन केन्द्र बोरगांव ( किन्ही ), मिरिया, गर्रा की धान परिवहन की मैपिंग खापा कैप से की गयी थी। उपार्जन केन्द्रों से धान लोड कर ट्रक खापा कैप गये थे।
इसी तरह यहां भी ऐसे ही काम पाया गया
बोरगांव, किन्ही व गर्रा की तरह ही ठीक ऐसा ही मामला मेहंदीवाडा स्थित लक्ष्मी राइस उद्योग की जांच पर पाया गया जिसमें राइस मिल के परिसर में खाली धान के लगभग 175 बारदाने रखे पाये गये। मौके पर बारदानो की जांच करने पर खाली बारदानो में खरीफ उपार्जन वर्ष 2023-24 के स्टेंसिल लगे, नीले रंग के धागे की सिलाई के अवशेष एवं उपार्जन केन्द्र बहेगाँव (लालबर्रा) की पर्चिया लगी पायी गयी। जांच में पाया गया कि लक्ष्मी राइस उद्योग के द्वारा कस्टम राइस मिलिंग हेतु खरीफ उपार्जन वर्ष 2023-24 में उपार्जन केंद्र पिंडकेपार एवं झालीवाडा की धान का उठाव कर मिलिंग करने के लिए विपणन संघ बालाघाट से अनुबंध किया गया था। जिसके अनुसार मिलिंग कर चावल जमा कर दिया गया है, मौके पर लक्ष्मी राइस उद्योग संचालक से उपार्जन केन्द्र बहेगाँव (लालबर्रा) की पर्चियॉ व खाली बारदानो के संबंध में पूछताछ करने पर उनके द्वारा कोई भी संतोषजनक जवाब नही दिया गया। मौके पर बारदानो को अभिरक्षा में लेकर प्रकरण तैयार किया गया।
वहीं उपार्जन केंद्र बिनोरा, किरनापुर, बडगांव एवं वारा का निरिक्षण करने पर पाया गया कि किसानो द्वारा स्वयं बारदानो में धान भरी जा रही थी। किसानो द्वारा मौके पर बताया गया कि उपार्जन केन्द्रों में पर्याप्त संख्या में हम्मालो की व्यवस्था उपार्जन केन्द्रों द्वारा नही की गयी है मौके पर बारदानो में लगी पर्चियों में किसान कोड अंकित नही पाया गया। इस अनियमितताओ के कारण मौके पर पंचनामा बनकर केंद्र प्रभारियो के विरूद्ध प्रकरण तैयार किया गया, और तुरंत ही सर्वेयर को निर्देशित किया गया कि वे किसानो से एफएक्यू धान की खरीदी करे एवं गुणवत्ता युक्त धान के संबंध में किसानो को अवगत कराये। उपार्जन केंद्र प्रभारी एवं वेअरहाउस को निर्देशित किया गया कि किसानो से खरीदी के पश्चात हैंडलिंग चालान, स्वीकृति पत्रक समय सीमा में बनाये जाये जिससे किसानो को भुगतान किया जा सके।
जांच दल में ये थे शामिल
एसडीएम ठाकुर द्वारा गठित संयुक्त जांच दल में नायब तहसीलदार वारासिवनी श्रीमती मंजुलता महोबिया, थाना प्रभारी वारासिवनी श्री शंकरलाल चौहान, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी वारासिवनी श्री सुनील किरार, मंडी उपनिरीक्षक एवं श्री मनोज पटले द्वारा मेहंदीवाडा से खापा मार्ग में जांच की गयी।