एंबुलेंस में आक्सीजन नहीं मिलने गर्भवती की मौत, स्वास्थ्य आयुक्त को जांच के निर्देश
Pregnant woman dies due to lack of oxygen in ambulance, instructions to Health Commissioner to investigate
मप्र मानव अधिकार आयोग ने इलाज त्रुटि पर कार्यवाही के संबंध में मांगा स्पष्ट प्रतिवेदन

भोपाल। मप्र मानव अधिकार आयोग ने भोपाल जिले के 11 मामलों में संज्ञान लिया है। भोपाल में पहले एंबुलेंस नहीं मिलने और फिर एंबुलेंस में आक्सीजन नहीं मिलने से एक गर्भवती महिला की मौत होने के मामले में आयोग ने आयुक्त, स्वास्थ्य सेवाएं मप्र संचालनालय, को जांच के निर्देश दिए हैं। आयोग ने की गई कार्यवाही के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है। साथ ही उपलब्ध कराई जा रही एम्बुलेंस में आक्सीजन सुविधा आवश्यक रूप से सदैव उपलब्ध रहे यह सुनिश्चित करने एवं ईलाज त्रुटि पर कार्यवाही के संबंध में भी स्पष्ट प्रतिवेदन मांगा है।
आयोग के संज्ञान में आया है कि गर्भवती महिला को जय प्रकाश अस्पताल में ईलाज के लिये भर्ती कराया गया, तबीयत बिगड़ने पर उसे हमीदिया अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन जेपी से हमीदिया जाने के लिये पहले तो एंबुलेंस नहीं मिली, फिर जो एंबुलेंस मिली उसमे आक्सीजन ही नहीं था। जिसके कारण गर्भवती महिला की हमीदिया में ईलाज के दौरान मृत्यु हो गई। इन मामलों में भी जवाब तलबआयोग ने भोपाल के हमीदिया अस्पताल में इमरजेंसी मेडिसिन विभाग की लापरवाही से मरीज के हाथ कटवाने, आरिफ नगर में दीवार गिरने से श्रमिक की मृत्यु होने की घटना, कोहेफिजा इलाके में एक शुगर की पेशेंट 24 वर्षीय युवती की मृत्यु होने, कमला नगर इलाके में रहकर फार्मेसी की पढ़ाई कर रही एक छात्रा के साथ उसके मकान मालिक द्वारा छेड़छाड़ करने, नगर निगम में उपभोक्ताओं से चैक नहीं लेने, कोहेफिजा इलाके की हाउसिंग बोर्ड काॅलोनी को जोड़ने वाली सड़क के पिछले छह सालों से खराब होने के मामले में संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगा है।