गुरु की महिमा अनंत है बिना गुरु के सफलता मिलना संभव नहीं है ; प्राचार्य डोंगरे

The glory of the Guru is infinite, success is not possible without the Guru ; Principal Dongre
- राज्य स्तरीय गुरु पूर्णिमा का अंबेडकर महाविद्यालय में देखा गया सीधा प्रसारण ,
- इस अवसर पर गुरुजनों का हुआ सम्मान।
- महाविद्यालय प्राचार्य की अध्यक्षता में हुआ आयोजन।
हरिप्रसाद गोहे
आमला। नगर के हसलपुर ग्राम स्थित डाक्टर भीमराव अंबेडकर महाविद्यालय आमला में गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व राज्य स्तरीय गुरुपूर्णिमा का सीधा प्रसारण देखकर मनाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय परिसर के कांफ्रेंस हाल में गुरुओं के सम्मान समारोह का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य गुलाबराव डोंगरे की अध्यक्षता में आयोजित किया गया । कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे ।

महाविद्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री के मुख्य आतिथ्य में संदीपनी स्कूल भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय गुरु पूर्णिमा उत्सव का सीधा प्रसारण डॉ भीमराव अंबेडकर शासकीय महाविद्यालय आमला के कांफ्रेंस हाल में विद्यार्थियों एवं आमंत्रित अतिथियों तथा महाविद्यालय स्टॉफ को दिखाया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. गुलाब राव डोंगरे की अध्यक्षता एवं महाविद्यालय जन भागीदारी समिति की अध्यक्ष सुश्री मुक्त ढोलेकर महाविद्यालय के पूर्व प्राध्यापक डॉ. देवराव वागद्रे, सेवानिवृत्त प्राचार्य लक्ष्मण राव माथनकर , सेवानिवृत शिक्षक अशोक झा, सेवानिवृत्त मुख्य लिपिक गुलाबराव झोड़ के मुख्य आथित्य में गुरु पूर्णिमा उत्सव का आयोजन किया गया। गुरु पूर्णिमा के अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य एवं समस्त प्राध्यापकों ने सेवानिवृत्त प्राध्यापक डॉ.देवराव वागद्रे,सेवानिवृत्त प्राचार्य लक्ष्मण राव माथनकर , अशोक झा , गुलाबराव झोड को शाल-श्रीफल से सम्मानित किया ।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. पी. के. मिश्रा ने कहा कि गुरु पूर्णिमा गुरुओं के प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित करने का पर्व है । गुरु पूर्णिमा उत्सव को संबोधित करते हुए लक्ष्मण राव माथनकर ने कहा कि गुरु शिष्य परंपरा भारतीय संस्कृति की पहचान है, गुरु के मार्गदर्शन में सही दिनचर्या से लक्ष्य प्राप्त करने में कठिनाई नहीं होती। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. देवराव वागद्रे ने महर्षि वाल्मीकि, रामकृष्ण परमहंस एवं एकलव्य के प्रेरक प्रसंग का वर्णन करते हुये गुरु की महिमा का बखान किया । जन भागीदारी समिति अध्यक्ष मुक्ता ढोलेकर ने गुरु पूर्णिमा पर्व की बधाई देते हुए गुरुओं के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। महाविद्यालय प्राचार्य प्रो . गुलाबराव डोंगरे ने गुरु पूर्णिमा के महत्व को बताते हुए कहा कि गुरु की महिमा अनंत है बिना गुरु के सफलता मिलना संभव नहीं है। इस अवसर पर जन भागीदारी समिति सदस्य निलेश मालवी ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन डॉ राजेंद्र गिरि गोस्वामी ने किया एवं महाविद्यालय भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ प्रभारी प्रो. लोकेश झरबडे ने आभार व्यक्त किया एवं गुरु की महिमा पर आधारित प्रेरक प्रसंग बताये। इस अवसर पर महाविद्यालय जन भागीदारी समिति सदस्य नितिन खातरकर , शैलेन्द्र सोलंकी, एवं महाविद्यालय के प्राध्यापकगण प्रो. मुकेश इवने, डॉ. जगदीश पटैया , डॉ राजा अतुलकर, डॉ. पंचम सिंह कवडे, डॉ. सुनीता सोलंकी , सतीश बागडे , दीपक हठिया, डॉ उमेश डोंगरे , डॉ. ज्योति दातिर , डॉ . निधि सिंह चौहान, प्रो. सतीश भूमरकर , प्रो. आशीष सोनी, प्रो. अनिता मानकर, प्रो. देविका देशमुख , अभय डिण्डोरे , रवि भटकर, दीपक कार्ले, श्रीमती राशि साहू, श्रीमती मीरा दुंदभी, श्रीमती शीला दवंडे, श्रीमती पूजा दवंडे , श्रीमती यश्वी कहार , भूपेंद्र चौकीकर , जुबैर कुरेशी , श्रीमती मीनाक्षी भोप्ते, हजारीलाल भलावी, महेंद्र सिंगाड़े , राहुल राठौर, श्रीमती सुनीता बेल सहित बहु संख्य विद्यार्थी उपस्थित रहे ।