स्वामी विवेकानंद ने रायपुर के जिस घर डे भवन में बचपन गुजारा, वो बनेगा स्मृति भवन।
The house where Swami Vivekananda spent his childhood in Raipur will become Smriti Bhawan.
- छत्तीसगढ़ के संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने राष्ट्रीय युवा महोत्सव के अवसर पर की घोषणा।
- बूढ़ापारा में है ’डे भवन’, स्वामी विवेकानंद के बताए रास्ते पर चलकर ही विकसित भारत का निर्माण होगा- बृजमोहन अग्रवाल
विशेष संवाददाता रायपुर
रायपुर। स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर आयोजित राष्ट्रीय युवा महोत्सव के अवसर पर संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने राजधानी रायपुर के बूढ़ापारा स्थित ’डे भवन’ को स्वामी विवेकानंद जी की स्मृति भवन के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने अधिकारियों को इसके लिए आवश्यक कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।
संस्कृति मंत्री अग्रवाल ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय युवा महोत्सव कार्यक्रम के जरिए स्वामी विवेकानंद जी के जीवन से जुड़ी खास बातों को युवाओं को बताई। साथ ही देश के विकास में युवाओं की भागीदारी की अहमियत बताई और उन्होंने युवाओं को उनके लिए बनाई विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।
संस्कृति मंत्री अग्रवाल ने कहा कि, स्वामी विवेकानन्द ने पूरे विश्व में सनातन और भारत का झंडा बुलंद किया। वे युवाओं के साथ ही सभी भारतीयों के लिए प्रेरणा स्त्रोत है। वे हमारी गौरवशाली परंपरा के अमूल्य विरासत हैं। युवा देश की विरासत से जुड़कर अपने अंदर गौरव और स्वाभिमान की भावना जगा सकते है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद के बताए रास्ते पर चलकर ही विकसित भारत का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द 14 वर्ष की आयु में रायपुर आए थे । यहां उन्होंने 2 साल से ज्यादा का समय बिताया। इस दौरान वो बूढ़ा पारा के पास डे भवन में रहते थे। और बूढ़ा तालाब में स्नान करते थे। इस धरोहर को हम संजो कर रखना चाहते हैं।