अधिकारियों की उदासीनता हादसे को आमंत्रण दे रही : पार्षद खुशबू अतुलकर

The indifference of the officials is inviting an accident: Councillor Khushboo Atulkar
- जर्जर भवनों में संचालित हो रहे आंगनवाड़ी केंद्र।
- औचक निरीक्षण में पार्षद को मिली खामियां,मौके पर बनाया पंचनामा,
- जर्जर छत, टूटी, आंगनवाड़ी केंद्र में भर रहा पानी ।
हरिप्रसाद गोहे
आमला । राजस्थान में झालावाड़ के सरकारी स्कूल में घटित स्कूल की छत टूटने की घटना को दृष्टिगत रखा भगतसिंह वार्ड क्रमांक ( 09 ) की पार्षद खुशबू विजय अतुलकर ने अपने वार्ड अंतर्गत आने वाले आंगनवाड़ी केंद्रों का आज औचक निरीक्षण किया। इस दौरान पार्षद को यहां संचालित आंगनवाड़ी केंद्रों पर अव्यवस्था मिली जिसका मौके पर पंचनामा बनाया गया। उन्होंने बताया वार्ड में संचालित आंगनवाड़ी केंद्रों के बद से बद्तर हालत है।
वही शहर में संचालित केंद्रों में भी अव्यवस्था के आलम है।जो परियोजना अधिकारी की उदासीन कार्यप्रणाली को उजागर करता है। केंद्रो की स्थिति को देखकर ऐसा प्रतीत होता हैं मानों वर्षों से जिम्मेदार ने इन संचालित आंगनवाड़ी केंद्रों का निरीक्षण नहीं किया हो बावजूद नव निहाल टूटी छत के नीचे बैठने को मजबूर है, इस तरह की उदासीनता गंभीर हादसे को आमंत्रण दे रही है पार्षद खुशबू विजय अतुलकर ने राजस्थान के झालावाड़ के स्कूल में घटित घटना का हवाला देकर शहर में संचालित आंगनवाड़ी केंद्रों को सुव्यवस्थित संचालित किए जाने मांग की है।हमारे प्रतिनिधि से चर्चा के दौरान पार्षद खुशबू विजय अतुलकर ने बताया मेरे द्वारा वार्ड में संचालित आंगनवाड़ी केंद्र,बस स्टैंड,बल्लाचाल, बडाईचाल का निरीक्षण किया गया । निरीक्षण में पार्षद ने देखा कि आंगनबाड़ी की छत पूरी तरह खराब हो गई है जिस कारण पानी पूरा टपककर कमरों के अंदर गिर रहा है ।

आंगनवाड़ी में बैठने के स्थान के अलावा कमरों में ऐसा कोई स्थान नहीं बचा जहां पानी न भरा हो ऐसी स्थिति में आंगनबाड़ी में बच्चों को बुलाना खतरे से खाली नहीं है । पार्षद ने बताया कि नगर की समस्त आंगनबाड़ियों के यही हाल है इस ओर अधिकारियों का ध्यान नहीं है पूर्व में भी मेरे द्वारा आंगनवाड़ी की समस्या से अधिकारियों को अवगत कराया गया था बावजूद अधिकारियों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। बताया गया कि राजस्थान के झालावाड़ जैसा हादसा हमारे साथ ना हो इसीलिए अधिकारियों को समस्त आंगनबाड़ी और स्कूलों का निरीक्षण कर सुधार करवाना चाहिए बाद में जांच बिठाने से क्या फायदा अगर किसी बच्चे शिक्षक या कार्यकर्ता की मौत लापरवाही के चलते हो इसीलिए हादसे होने से पूर्व जिम्मेदार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को इस और ध्यान देना चाहिए पार्षद ने कहा कि जब तक आंगनबाड़ियों में पूरी तरह सुधार नहीं हो जाता आंगनवाड़ी नहीं लगना चाहिए क्योंकि क्योंकि आंगनवाड़ी में पूरा पानी भरा हुआ है ।

आंगनबाड़ियों में छोटे बच्चे आते हैं जो पानी में बीमार हो सकते हैं या किसी प्रकार का हादसा हो सकता है ।
इन्होंने क्या कहा
अगर भवन की स्थिति ख़राब है तो ऐसे स्थान पर बच्चों को नहीं बैठाए जाने के निर्देश दिए गये हैं वहीं ऐसी स्थिति में वैल्पिक स्थिति बतौर किराए का भवन लेकर आंगनवाड़ी केंद्र संचलित किया जाएगा।
निर्मल सिंह ठाकुर
परियोजना अधिकारि आमला