क्रिकेट की नई क्रांति का उदय
The rise of a new cricket revolution
The rise of a new cricket revolution
ग्वालियर में नवनिर्मित शंकरपुर स्टेडियम में सिंधिया कप से फटाफट क्रिकेट की नई क्रांति का आगाज होने जा रहा है… आईपीएल की तर्ज पर होने वाली मध्यप्रदेश लीग (एमपीएल) में क्रिकेट का रोमांच देखने को मिलेगा। जिसके साक्षी बनेंगे भारत को पहली बार वर्ल्ड कप जिताने वाले महान क्रिकेटर कपिल देव और देश की जानी-मानी हस्तियां।
डॉ. केशव पाण्डेय
15 जून का दिन ग्वालियर के खेल प्रेमियों और क्रिकेट जगत के लिए सौगातों भरा साबित होगा। जब जगमगाती रोशनी में देश की जानी-मानी हस्तियों की मौजूदगी में फटाफट क्रिकेट का रोमांच देखने को मिलेगा। ग्वालियर के शंकरपुर क्षेत्र में शनिवार को एक नई क्रांति का उदय जो हो रहा है। इस क्षेत्र को अब एक नई पहचान मिलने जा रही है। मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एमपीसीए) ने यहां एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के अत्याधुनिक क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण किया है। स्टेडियम खेल प्रेमियों के स्वागत को तैयार है। यह स्टेडियम न केवल ग्वालियर और आसपास के क्षेत्र के खेल प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल बनेगा, बल्कि अंचल के युवाओं को अपने खेल-कौशल को निखारने का एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करेगा।
इंदौर के होल्कर स्टेडियम के बाद यह प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा स्टेडियम है। पर्यावरण की दृष्टि से स्टेडियम का निर्माण महत्वपूर्ण है। क्योंकि पर्यावरण संरक्षण का विशेष ध्यान रखा गया है। आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर स्टेडियम को ऊर्जा-सक्षम बनाया गया है। इसके अलावा, परिसर में हरियाली और पर्यावरण मित्र तत्वों को भी शामिल किया गया है। हरे-भरे पहाड़ों की खूबसूरती के बीच यह प्रकृति के करीब होने का अहसास भी कराएगा।
करीब 200 करोड़ की लागत से 30 एकड़ में बने स्टेडियम में 50 हजार दर्शक मैच देख सकेंगे। इसमें 14.4 मीटर ऊंचाई का पवैलियन बनाया गया है। एलईडी वाली नई तकनीक की 6 फ्लड लाइट स्टेडियम में चार चांद लगाएंगी। जो खिलाड़ियों और दर्शकों को उच्चस्तरीय अनुभव कराएंगी।
स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय मानकों के मुताबिक स्वीमिंगपुल, सोना बाथ के साथ अत्याधुनिक जिम और ड्रेसिंग रूम भी तैयार किए गए हैं। प्रवेश के लिए 8 गेट हैं। कॉर्पोरेट सेक्टर के लिए 30 बॉक्स का निर्माण किया गया है। मीडिया के लिए भी बेहतर इंतजाम हैं। इस क्रिकेट स्टेडियम की विशेषताएं इसे अनोखा और महत्वपूर्ण बनाती हैं। जिससे यह मध्य प्रदेश के प्रमुख स्टेडियमों में से एक बन जाएगा।
उच्च स्तरीय आधुनिक स्टेडियम का निर्माण न केवल खेल के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल प्रदान करेगा। स्थानीय लोगों को रोजगार के अनेक अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही होटल, रेस्टोरेंट व्यवसाय सहित परिवहन सेवा में भी वृद्धि होने की संभावना है। स्टेडियम से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे क्षेत्र का समग्र विकास संभव हो सकेगा।
स्टेडियम क्षेत्र के युवाओं के लिए एक बड़ा अवसर साबित होगा। यह उन्हें खेल की दुनिया में अपनी पहचान बनाने का मंच प्रदान करेगा। स्थानीय क्रिकेट क्लबों और स्कूलों के लिए यह एक उत्कृष्ट स्थल होगा जहां वे अपने खेल कौशल को निखार सकेंगे और उच्चस्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग ले सकेंगे। स्टेडियम में नियमित रूप से कोचिंग कैंप और प्रशिक्षण सत्रों का आयोजन किया जाएगा, ताकि उभरते हुए खिलाड़ियों को उच्चस्तरीय मार्गदर्शन प्राप्त हो सके।
इसी उद्देश्य से ग्वालियर डिवीजन क्रिकेट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष महाआर्यमन सिंधिया ने सार्थक पहल की है। जिसके तहत 15 से 23 जून तक मध्य प्रदेश लीग (एमपीएल) का आयोजन किया जा रहा है।
एमपीएल में पांच टीमें भाग लेंगी। जिसमें ग्वालियर चीताज, मालवा पैंथर्स, जबलपुर लायंस, भोपाल लैपर्ड्स और रीवा जैगुआर्स शामिल हैं। उद्घाटन मैच ग्वालियर चीताज और मालवा पैंथर्स के बीच होगा। जीयो सिनेमा और स्पोर्ट्स टीवी पर इसका लाइव प्रसारण देखने को मिलेगा। 23 जून को फाइनल होगा। मैच देखने के लिए आम दर्शकों को स्टेडियम में निःशुल्क प्रवेश मिलेगा।
एमपीएल के आगाज के साथ खेल गतिविधियों का श्रीगणेश होगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह, भारतीय टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश सरकार के मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर व महाआर्यमन सिंधिया की मौजूदगी में एमपीएल का शुभांरभ किया जाएगा।
एमपीएल के आगाज और स्टेडियम के निर्माण से खेल संस्कृति का विकास होगा। यहां विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मैचों के आयोजन किये जा सकेंगे। जिससे स्थानीय निवासियों को उच्चस्तरीय खेल देखने का मौका मिलेगा। इससे खेल के प्रति उनकी रुचि और जागरूकता में वृद्धि होगी। साथ ही, स्थानीय युवाओं को बड़े खिलाड़ियों से मिलने और उनसे प्रेरणा लेने का भी अवसर मिलेगा।
आपको बता दें कि स्टेडियम का निर्माण कैलाशवासी माधवराव सिंधिया के ड्रीम प्रोजेक्ट का हिस्सा था। जिसे उनके पुत्र केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने साकार किया है। ज्योतिरादित्य के पुत्र महाआर्यमन एमपीएल कराकर युवाओं को फटाफट क्रिकेट की सौगात देने जा रहे हैं। इस स्टेडियम के निर्माण के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जो प्रतिबद्धता दिखाई है और विभिन्न स्तरों पर सहयोग प्रदान किया है वह तारीफे काबिल है। उनका खेल प्रेम और स्थानीय प्रतिभाओं को बढ़ावा देने का उद्देश्य इस स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाएगा।
स्टेडियम के निर्माण से जहां खेल-प्रेमी खुश हैं वहीं स्थानीय समुदाय ने निर्माण का स्वागत करते हुए इसे क्षेत्र के समग्र विकास का प्रतीक बताया है। उनका मानना है कि इससे आस-पास के इलाकों का तेजी से विकास होगा और युवाओं को नए अवसर मिलेंगे। स्थानीय खेल संगठनों और क्लबों ने भी इस पहल की सराहना की है और इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। भविष्य में स्टेडियम परिसर में एक स्पोर्ट्स अकेडमी और प्रशिक्षण केंद्र भी स्थापित किया जाएगा, जहां विभिन्न खेलों के लिए उच्चस्तरीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। कहा जा सकता है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की यह सार्थक पहल खेल के साथ ही क्षेत्र के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी इससे न केवल खेल प्रेमियों को एक उत्कृष्ट स्थल प्राप्त होगा, बल्कि यह स्थानीय अर्थव्यवस्था और युवाओं के लिए भी नए अवसर प्रदान करेगा। ग्वालियर को खेलों के नक्शे पर एक नई पहचान दिलाएगा। इस स्टेडियम के माध्यम से शंकरपुर न केवल मध्य प्रदेश बल्कि पूरे देश में खेलों के एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरेगा।