लोकसभा स्पीकर के लिए वोटिंग थोड़ी देर में, ओम बिरला और के. सुरेश के बीच है मुकाबला
Voting for Lok Sabha Speaker in a while, Om Birla and K. There is competition between Suresh

NDA and INDIA, Om Birla and K Suresh will compete for the post of Speaker.
Voting for Lok Sabha Speaker in a while, Om Birla and K. There is competition between Suresh
18वीं लोकसभा की शुरुआत से ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तनातनी देखने को मिल रही है। अभी सबसे बड़ा मुद्दा लोकसभा स्पीकर का है। आमतौर पर दोनों पक्ष सर्वसम्मति से फैसला कर लेते हैं, लेकिन इस बार सहमति नहीं बनी। बहरहाल, संख्या बल देखते हुए ओम बिरला की जीत तय मानी जा रही है।
- NDA की ओर से ओम बिरला ने मंगलवार को भरा था नामांकन
- कांग्रेस ने भी विपक्ष की ओर से वरिष्ठ नेता के. सुरेश को उतारा
- 5 दशक में पहली बार लोकसभा अध्यक्ष के लिए होगा मतदान
नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा के स्पीकर का चुनाव थोड़ी देर में होना है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आम सहमति नहीं बनने के बाद वोटिंग की नौबत आई है। थोड़ी देर में सदन की कार्यवाही शुरू होगी। एनडीए ने जहां पिछली लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला को उम्मीदवार बनाया है, वहीं विपक्ष ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के. सुरेश को मैदान में उतारा है। देखना यही है कि ध्वनिमत से प्रस्ताव पारित होता है या वोटिंग होती है?
पांच दशक बाद यह पहला मौका है, जब वोटिंग से स्पीकर का चुनाव होने जा रहा है। इससे पहले 1952 और 1976 में लोकसभा अध्यक्ष के लिए मतदान हुआ था।
टीएमसी के साथ ही शरद पवार गुट की एनसीपी ने अपना रुख साफ नहीं किया है। वहीं, सदन पहुंचने पर मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि अब पीछे हटने का सवाल नहीं।
इसलिए नहीं बनी सहमति
लोकसभा स्पीकर और डिप्टी स्पीकर को लेकर मंगलवार दिनभर बयानबाजी होती रही। पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सामने आए और कहा कि विपक्ष स्पीकर के लिए सरकार का समर्थन करने को तैयार है, लेकिन इसके बदले में डिप्टी स्पीकर पद दिया जाना चाहिए, जैसा कि परंपरा रही है।
आरोप लगाया गया कि स्पीकर के लिए सरकार ने विपक्ष का समर्थन तो मांगा, लेकिन डिप्टी स्पीकर पर कोई वादा नहीं किया। एक तरह से सरकार स्पीकर और डिप्टी स्पीकर, दोनों ही पद अपने साथ रखना चाहती है। इसी कारण विपक्ष ने स्पीकर के लिए भी अपना उम्मीदवार उतारा।