मनरेगा में मजदूरी बंद, मजदूरी पाने दूसरे राज्यों में पलायन करने मजबूर ठानी ग्राम के वाशिंदे।
Wages under MNREGA have been stopped, forcing the villagers to migrate to other states to earn wages.
- मजदूरी नहीं मिलने से बच्चों की शिक्षा, परिवार पालन हुआ दूभर।
- सीईओ को सौंपा ज्ञापन, जल्द मजदूरी दिलवाए जाने की मांग।
हरिप्रसाद गोहे
आमला/ ठानी। प्रदेश में तेज रफ्तार से डबल इंजन की सरकार चल रही है, सरकार द्वारा नित नई योजनाएं भी संचालित की जा रही है। सरकार की मंशा भी है कि समूचे प्रदेश भर में शहर से गांव के अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ तय समय सिम में मिले किसी भी व्यक्ति को कोई परेशानी न हो यह बात सुनिश्चित कि जाने जमीदारों को सरकार के आवश्यक दिशा निर्देश भी है। बावजूद जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते ग्राम पंचायतों में मजदूर काम नही मिलने के चलते पलायन करने मजबूर देखे जा रहे। ऐसे में कैसे सफल होंगा सरकार यह प्रयास यह बात एक गंभीर विचारणीय प्रश्न का विषय है।आपको बतादे जनपद पंचायत आमला अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत ठानी के वाशिंदे बीते तीन माह से मनरेगा में मजदूरी की तलाश कर रहे है बताया गया ग्राम पंचायत ठानी में रोजगार गारंटी के काम बंद होने के चलते ग्रामीण दूसरे राज्यों में मजदूरी के लिए पलायन कर रहे हैं।

ग्राम पंचायत ठानी में रोजगार गारंटी में मजदूरी काम नहीं मिलने से न खुश ग्रामीणों ने मंगलवार कार्यालय जनपद आमला पहुंच मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत आमला के नाम ज्ञापन सौंपकर ठानी ग्राम में मनरेगा मजदूरी कार्य चालू कराकर उन्हें मजदूरी दिलाए जाने मांग की गई। सौंपे ज्ञापन के माध्यम से ग्रामीणों ने बताया बीते तीन माह से ग्राम में मजदूरी कार्य ठप्प हे जिस कारण मजदूरों को मजदूरी का कार्य नहीं मिल रहा जिस कारण उनके सामने बच्चों की शिक्षा एवं परिवार पालने में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हे। ग्रामीणों ने यथा शीघ्र ग्राम में मनरेगा कार्य प्रारंभ करने मांग की है।ताकि उन्हें रोजगार मिल सके और उनके परिवार का पालन-पोषण हो सके।
सीईओ जनपद पंचायत आमला ने मजदूरों को आश्वासन दिया है कि जल्द ही मनरेगा योजना शुरू की जाएगी और उन्हें रोजगार प्रदान किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द योजना शुरू करने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाए।