रायपुर दक्षिण उपचुनाव की घोषणा के साथ ही कांग्रेस ने बढ़ाई सक्रियता
रायपुर
रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा होते ही कांग्रेस पार्टी ने अपनी सक्रियता तेज कर दी है। पार्टी 20 अक्टूबर को कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन कर रही है, जिसके लिए स्थान और अन्य व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है। यह सम्मेलन दूधाधारी मठ के सत्संग भवन में आयोजित होने की संभावना है।
इस सम्मेलन में प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट, नए प्रभारी सचिव एसए संपत कुमार, जरिता लैतफलांग, विजय जांगिड़, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। इसके अलावा, संभावित दावेदार भी इस बैठक में उपस्थित रहेंगे। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के मन को टटोलना और उन्हें चुनावी तैयारी के लिए प्रेरित करना है।
गौरतलब है कि रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट 21 जून को रिक्त घोषित की गई थी। भाजपा के विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने 17 जून को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इस स्थिति में कांग्रेस ने नए चेहरे को चुनावी मैदान में उतारने की योजना बनाई है, जिससे भाजपा के मजबूत किले को तोड़ने का प्रयास किया जा सके।
कांग्रेस कार्यकर्ता पहले से ही बाहरी उम्मीदवार के विरोध में हैं, जिससे संगठन पर चेहरा तय करने का दबाव बढ़ गया है। रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट के लिए बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता दावेदारी पेश कर रहे हैं। इसके साथ ही, कांग्रेस ने इस सीट को लेकर एक सर्वेक्षण भी कराया है। पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने बताया कि सर्वेक्षण के माध्यम से हर वार्ड से फीडबैक जुटाया जा रहा है।
कांग्रेस ने इस उपचुनाव की तैयारी के लिए एक नौ सदस्यीय चुनाव प्रबंधन समिति का गठन किया है, जिसमें छह पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक और कई वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है। यह समिति चुनाव की रणनीति बनाने और कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
इस प्रकार, कांग्रेस उपचुनाव में अपनी मजबूती को साबित करने के लिए तैयार है और पार्टी के भीतर उत्साह का माहौल है। अब देखना होगा कि यह तैयारी चुनाव में कितनी कारगर साबित होती है।